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बारदाने की कमी पर विपक्ष का बघेल सरकार पर हमला, किसानों को कर रही है गुमराह: MLA रजनीश

छत्तीसगढ़ में एक दिसंबर से धान की खरीदी शुरू होने वाली है. लेकिन इससे पहले ही विपक्ष सरकार पर हमलावर हो गया है. अब बेलतरा विधायक रजनीश सिंह (Beltara MLA Rajnish Singh) ने भूपेश सरकार पर जोरदार हमला बोला है.

Beltara MLA Rajnish Singh
बेलतरा विधायक रजनीश सिंह

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Published : Nov 29, 2021, 2:11 PM IST

Updated : Nov 29, 2021, 2:17 PM IST

बिलासपुर: बेलतरा विधायक रजनीश सिंह (Beltara MLA Rajnish Singh) ने कहा पूरे छत्तीसगढ़ में बारदाने की कमी है. लेकिन सरकार व्यवस्था तो दूर, उलट किसानों के बारदाने लेकर कमाई करती है. विधायक ने कहा कि किसानों के पिछले वर्ष का पूरा पैसा दिए बिना ही सरकार ने फिर से बारदाना लेने के आदेश जारी कर दिए हैं जोकि गलत है.

बारदाने की कमी पर विपक्ष का बघेल सरकार पर हमला

बेलतरा विधायक रजनीश सिंह (Beltara MLA Rajnish Singh) ने राज्य सरकार पर कई गंभीर आरोप लगाए हैं. उन्होंने कहा कि राज्य सरकार किसानों की धान खरीदी करने की तैयारी तो कर ली है लेकिन बारदाना की कमी से अब भी राज्य सरकार उभर नहीं पाई है. लगातार बारदाना की कमी धान खरीदी केंद्रों (Paddy Purchase Center Beltara) में नजर आ रही है. क्योंकि जिन उपार्जन केंद्रों में धान खरीदी होती है. वहां लक्ष्य मुकाबले बारदाना 50 परसेंट तक की कमी है.

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विधायक रजनीश (MLA Rajnish Singh) ने कहा कि पिछले साल राज्य सरकार ने लगभग 60 करोड़ रुपए का किसानों से बारदाना खरीदा था. लेकिन सरकार किसानों को उनके बारदाना की कीमत अदा नहीं कर पाई है. राज्य सरकार 60 करोड़ देने की बजाय मात्र 24 करोड़ रुपए ही दे पाई है. जबकि किसानों के बारदाने की अब लगभग 36 करोड़ रुपए बकाया है. जिसे राज्य सरकार को देना है. यह रकम अभी किसानों को मिल भी नहीं पाया है और दोबारा उनसे 25% बारदाना लाने फरमान जारी कर दिया गया है. ऐसे में पहले से ही बारदाना की कमी से जूझ रहे किसान अब 25 परसेंट बारदाना कहां से लेकर आएंगे.

बारदाने में कैसे होती है कमाई

भाजपा विधायक रजनीश सिंह (Beltara MLA Rajnish Singh) ने बताया कि बाजार में बारदाने की कीमत 45 रुपए से ज्यादा होती है और राज्य सरकार 12 से 15 रुपए में बारदाना की कीमत किसानों को देती है. हालांकि इस वर्ष बारदाना 18 रुपए में राज्य सरकार किसानों से खरीदेगी. लेकिन राज्य सरकार एफसीआई को यही बारदाना 45 से 47 रुपए में बेचती है यानी जिस बारदाने को राज्य सरकार किसानों से 18 रूपर में खरीद रही है. वहीं बारदाना 45 रुपए में यदि बेचती है, तो राज्य सरकार को सीधा सीधा 27 रुपए का फायदा होता है. राज्य सरकार किसानों से कम कीमत पर खरीद कर अधिक में बेचती है और मुनाफा कमाती है. जो सरकार किसानों के दम पर बनी है. वहीं किसानों को लूट रही है और भोले-भाले किसान यह समझ भी नहीं पा रहे हैं कि सरकार उन्हें किस तरह लूट रही है.

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उन्होंने कहा कि 1 दिसंबर से धान खरीदी शुरू होने वाली है लेकिन अब तक बारदाना खरीदी केंद्रों तक नहीं पहुंच पाया है और गोदाम से अभी बारदाना निकल रहा है. कब यह पहुंचेगा और कब इसकी जांच होगी और कब किसानों के धान को इसमें भरा जाएगा. विधायक रजनीश (MLA Rajnish Singh) ने आरोप लगाया है कि धान खरीदी सरकार के लिए भ्रस्टाचार का उत्सव है और बारदाने की कमी को बताकर किसानों के साथ सरकार छल कर रही है. जिनके दम पर सरकार बनी है, उन्हें ही कांग्रेस लूटने में लगी है.

Last Updated : Nov 29, 2021, 2:17 PM IST

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