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एक पार्षद ऐसा भी...बिलासपुर के ये नेताजी बिना किसी को बताए यूं करते हैं गरीबों की मदद

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Published : Mar 11, 2022, 10:32 PM IST

Updated : Mar 12, 2022, 1:39 PM IST

बिलासपुर के पार्षद राजेश शुक्ला गरीबों की मदद करते हैं और मदद पाने वालों को पता भी नहीं चलता कि उनकी मदद किसने (Bilaspur councilor Rajesh Shukla) की है.

Bilaspur councilor Rajesh Shukla
बिलासपुर के पार्षद राजेश शुक्ला

बिलासपुर:आज के दौर में भी समाज में ऐसे लोग हैं, जो लोगों की मदद करते हैं. वह भी उनकी जानकारी के (Bilaspur councilor Rajesh Shukla) बगैर. मदद करने के बाद उनको पता ही नहीं चल पाता है कि उनकी मदद किसने की है. बिलासपुर शहर में एक पार्षद ऐसे हैं, जो पिछले 27 सालों से गरीबों की मदद कर रहे हैं और वह भी बिना किसी को जानकारी दिए. शहर में गरीबों के परिवार में किसी की मौत हो जाए और उनके पास क्रिया कर्म के पैसे नहीं होने पर ये पार्षद उनकी मदद करते हैं.वह मुक्तिधाम में काम करने वाले कर्मचारियों को हिदायत दे रखे हैं कि जब कोई ऐसे गरीब का क्रिया कर्म के लिए शव मुक्तिधाम लाया जाए तो उनकी तरफ से क्रिया कर्म के लिए मुफ्त लकड़ी दिलवा दें.

बिलासपुर के पार्षद राजेश शुक्ला गरीबों की करते हैं मदद

गरीब परिवार को बिना बताये करते हैं मदद

इसके लिए पार्षद ने लकड़ी टाल में भी निश्चित कर रखा है कि कोई अतिगरीब क्रिया कर्म के लिए लकड़ी लेने आए तो उन्हें बिना पैसे लकड़ी ले जाने दे और इसका पैसा वो गरीब से न (Bilaspur councilor Rajesh Shukla help poor family in last rites ) ले. ये पार्षद क्रिया कर्म के अन्य कार्य को करने के लिए भी दूसरी सामग्री उनके घर भिजवा देते हैं. यह सारा काम पार्षद दुखी परिवार को बिना बताए ही कर देते हैं और कोई श्रेय भी नही लेते हैं.

किसी को पता भी न चले और मदद भी हो जाए

समाज में आज कोई किसी के लिए छोटा सा काम कर दे या उनकी मदद करें तो वह फोटो खींचकर फेसबुक टि्वटर और व्हाट्सएप के माध्यम से वायरल कर अपने आप को महान बताते हुए श्रेय लेने की कोशिश करता है. लेकिन ये कहते हैं कि भगवान ने कहा है कि जब किसी की मदद करो तो उसको पता भी ना चल पाए और आप उसकी मदद कर दो. जैसे कहावत है कि एक हाथ से किया हुआ दान दूसरे हाथ को पता नहीं चलता है.

पार्षद राजेश शुक्ला यूं करते हैं मदद

बिलासपुर के अरपा नदी के पार सरकंडा के मुक्तिधाम क्षेत्र के वार्ड 62 शास्त्री नगर के पार्षद राजेश शुक्ला पिछले 27 सालों से अरपा पार के अलग-अलग वार्डो से पार्षद बनते आ रहे हैं. वे लगातार इस क्षेत्र में सक्रिय पार्षद रहे हैं. अब उनकी एक खूबी पता चली है. अपनी इस खूबी को ये पार्षद छिपाए हुए हैं. ईटीवी भारत ने जब इनसे बात की तो ये कहने लगे कि वो लोगों की मदद मानवता के नाते करते हैं. इस लिए वो अपना नाम किसी को बताए बिना करते है. वो चाहते हैं कि गरीब परिवार को ये पता न चल पाए कि, उनकी मदद कौन किया और बिना शर्मिंदा हुए वो क्रिया कर्म कर चले जाएं और उन्हें किसी के अहसान के नीचे दबने का अहसास न हो. वे इसलिए चुपचाप लोगों की मदद करते है.

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गरीब देते हैं दुआ

सरकंडा बंगलीपारा में रहने वाले राहुल श्रीवास्तव ने बताया कि उनके पिता की साल 2006 में आकस्मिक मौत हो गई थी. वे रोज कमाने खाने वाले परिवार से हैं. ऐसे में अचानक उनके पिता की मौत ने उन्हें मुश्किल में डाल दिया. पिता की मौत के समय उनकी आर्थिक स्थिति ठीक नहीं थी और क्रिया कर्म के लिए पैसों की तंगी हो रही थी. तब पार्षद राजेश शुक्ला ने उनसे संपर्क किया और उन्हें कहा कि वो क्रियाकर्म के लिए लकड़ी का इंतजाम कर दिए हैं. इसके अलावा दूसरे काम के लिए कुछ और सामान घर भेज रहे है. इसके अलावा किसी और सामग्री की जरूरत हो तो बिना झिझक बता दें. पार्षद राजेश के इस दरियादिली को राहुल श्रीवास्तव आज भी याद करते और कहते हैं कि जो इंसान बिना किसी को जानकारी दिए मदद करता है. वह दुनिया में एक अलग ही शख्सियत वाला इंसान होता है. ऐसे लोग खोजने से भी नहीं मिलते.

हर कोई करता है उनकी तारीफ

सरकंडा मुक्तिधाम में गरीबों के परिजन के क्रियाकर्म के लिए लकड़ी पहुंचाने वाले लकड़ी टाल के मालिक मदन मोहन शेंडे ने बताया कि वे मुक्तिधाम में काम करने वाले कुछ लड़कों के संपर्क में रहते हैं. जब यह लड़के आकर उन्हें जानकारी देते हैं तो वे उन गरीबों को क्रिया कर्म के लिए मुक्त लकड़ी दे देते हैं, जिसका पैसा पार्षद उन्हें आ कर देते हैं. इसी तरह मुक्तिधाम में काम करने वाले युवक ओमप्रकाश ने बताया कि, वे देखते हैं कि जब कोई गरीब आता है तो वे उनसे पूछते हैं कि क्रिया कर्म के लिए कोई मदद चाहिए हो तो बताएं. जब कोई उन्हें यह जानकारी देता है तो वह पार्षद को इस विषय में जानकारी देकर मदद करने के लिए कहते हैं और पार्षद उनके माध्यम से उस गरीब परिवार की मदद कर देते हैं.

Last Updated : Mar 12, 2022, 1:39 PM IST

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