बिलासपुर:मेट्रो सिटी के तर्ज पर बिलासपुर शहर को तैयार करने की योजना पर काम शुरू हो गया है. दो बैराज के साथ अरपा नदी (Arpa River) के किनारे 6 और 4 लेन सड़क का निर्माण कर इसे अहमदाबाद के साबरमती नदी की तर्ज पर तैयार किया जाएगा. इसके तैयार होने से अरपा नदी का सौदर्यीकरण बढ़ जाएगा.
यह भी पढ़ें:स्वच्छ सर्वेक्षण 2021: देश का सबसे स्वच्छ राज्य छत्तीसगढ़
अरपा नदी को संवारने की तैयारी
बिलासपुर शहर को स्मार्ट सिटी बनाने को लेकर लगातार काम किया जा रहा है. शहर से होकर गुजरने वाली अरपा नदी में वैसे तो साल भर पानी नहीं रहता लेकिन बारिश के समय इसमें बेतहाशा पानी आ जाता है. कई बार बाढ़ की स्थिति उत्पन्न हो जाती है. इस परिस्थितयों को नियंत्रित करने के साथ ही इसमें साल भर पानी भरे रहने के लिये अरपा संवर्धन योजना लागू की जा रही है. इस योजना के तहत अरपा नदी संवारने के साथ ही शहर का वाटर भी बना रहेगा.
सीएम बघेल ने दी सहमति
इस योजना में अब मुख्यमंत्री भुपेश बघेल (Chief Minister Bhupesh Baghel) ने भी सहमति दे दी है. इसके विकास के लिए प्रयास शुरू हो गया है. मुख्यमंत्री ने इसको सालभर पानी रहे इसके लिए फ्रंट रिवर स्कीम (front river scheme) की शुरुवात की है. वैसे ये योजना पिछले एक दशक से लंबित है. पिछली सरकार ने इसे टेम्स रिवर (River Thames) की तरह विकसित करने कहा था लेकिन यह फाइलों में ही रह गया. अब मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने इसमें रुचि लेना शुरू किया है. सीएम के निर्देश के बाद अरपा प्रोजेक्ट का युद्ध स्तर पर काम शुरू हो गया है. नदी के एक तरफ का बेजा-कब्जा भी हटा दिया गया है. दूसरे तरफ का कब्जा भी शीघ्र हटाया जाएगा. ऐसा कहा जा रहा है कि प्रोजेक्ट तैयार होने के बाद बिलासपुर शहर की सूरत बदल जाएगी.
सुविधायुक्त होगी अरपा नदी
अरपा नदी को संरक्षित, संवर्धित करने और इसके सौंदर्यीकरण के लिए स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत अरपा नदी के दोनों किनारों में शहर में 18-18 सौ मीटर स्मार्ट सड़क का निर्माण किया जा रहा है. ये सड़कें रिवरव्यू की तर्ज पर बनायी जा रही है. जिससे मुख्य मार्ग पर यातायात का दबाव कम होगा. शहर में पुल के इस ओर सिक्सलेन सड़क और दूसरी ओर सरकंडा क्षेत्र में फोरलेन सड़क बनायी जायेगी.
सर्वसुविधायुक्त सड़कों में पैदल एवं साइकिल यात्रियों के लिये पर्याप्त जगह होगी. स्ट्रीट लाइट, सोलर लाइट लगाये जायेंगे. रोड के किनारे नाली निर्माण होगा, जिससे शहर के गंदे पानी की निकासी होगी. जल संरक्षण के लिये सड़क किनारे रैन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम बनाये जायेंगे.
जिससे वर्षा का जल सीधे नदी में प्रवाहित होगा. बिजली, पानी व केबल के लिये अंडरग्राउण्ड डक्ट बनाये जायेंगे. स्मार्ट सड़क में गार्डन और पार्किंग की सुविधा भी रहेगी. इन निर्माण कार्यों पर 95 करोड़ की राशि खर्च होगी. इसके लिए अरपा नदी के दोनों तरफ बेजा कब्जा धारियों को हटा लिया गया है. नदी किनारे हरियाली की जिम्मा वन विभाग को दिया जाएगा. नदी के तटबंधों का विकास और किनारों पर हरित पट्टी का विकास किया जायेगा. जिससे नदी कटाव भी रूकेगा.
नदी किनारे लगेगे 3 लाख पौधे
वन विभाग के कैम्पा मद से नदी किनारे 3 लाख पौधे लगाये जायेंगे. बिलासपुर, रतनपुर और बेलगहना रेंज में पौधारोपण का कार्य अगले महीने से शुरू किया जायेगा. अरपा नदी से जुड़ने वाले सभी नालों का उपचार कर नदी को पुनर्जीवित करने की योजना पर तेजी से काम किया जा रहा है. इसके लिये बिलासपुर वन मंडल द्वारा अरपा नदी के सहायक 21 नालों का चयन किया गया है. जहां लगभग 9033.737 हेक्टेयर में कैचमेंट ट्रीटमेंट किया जा रहा है. शहरी क्षेत्र में नदी किनारे शनिचरी रपटा से छठघाट तक पौधरोपण की योजना भी जिला प्रशासन द्वारा बनायी गयी है. इसके अलावा यहा दोनों ओर चौपाटी भी बनवाया जाएगा जिसमे हजारो बेरोजगारों को रोजगार मिलेगा.
पानी रोकने तैयार होगी दो एनीकट
अरपा नदी में इस समय बिलासपुर सीमा के इस छोर से दूसरे छोर तक दो बैराज पहले से है. इसके अलावा शहर के भीतर नदी में 7 पूल पहले से है और आठवे पूल का निर्माण सेंदरी में चल रहा है. इसके अलावा अरपा संवर्धन योजना के तहत दो एनीकट तैयार किये जाएंगे. इस योजना के पूरा होने के बाद जहां अरपा नदी में साल भर पानी रहेगा. योजना से बिलासपुर को कई तरह के फायदे हैं.
एक तो सालभर पानी, दूसरा सौंदर्यीकरण इसके अलावा शहर की बढ़ती ट्रैफिक को कम किया जा सकेगा और अरपा के दोनों किनारों की सड़क पर चौपाटी और स्मार्ट क्योस्क से बेरोजगारों को रोजगार मिलेगी. इस योजना की अभी शुरुवात हुई है और आने वाले समय मे अरपा नदी का मनोरम दृश्य पूरे प्रदेश में सबसे खूबसूरत होगा जिससे लोग यहां घूमने भी आएंगे.