छत्तीसगढ़

chhattisgarh

ETV Bharat / state

मरवाही में बारिश में बह गये लाखों रुपये के एनीकट, अधिकारी जिम्मेदार

मरवाही वन मंडल ( Marwahi Forest Division ) में पिछले दिनों लाखों रुपयों की लागत से बनाए गए स्टॉप डेम निर्माण (Stop Dam Construction) के कुछ दिन बाद बह गया. वहीं ग्रामीणों ने स्टॉप डेम निर्माण के धराशायी के पीछे विभाग के अधिकारी जिम्मेदार है.

marwahi
बारिश में बह गया एनीकट

By

Published : Oct 14, 2021, 5:36 PM IST

Updated : Oct 14, 2021, 10:15 PM IST

गौरेला पैंड्रा मरवाही: मरवाही वन मंडल ( Marwahi Forest Division ) में पिछले दिनों लाखों रुपयों की लागत से बनाए गए स्टॉप डैम निर्माण (Stop Dam Construction) के कुछ दिन बाद धराशायी हो गया. जिससे आप उसकी गुणवत्ता और निर्माण कार्य में किये गए भ्रष्टाचार का अंदाजा लगा सकते है. ऐसे एक नहीं लगभग आधा दर्जन एनीकट पहली ही बारिश में बह गया. अब जवाबदार अधिकारी कैमरे के सामने कुछ भी प्रतिक्रिया देने से बच रहे है तो ग्रामीण वन विभाग के द्वारा कराए गए निर्माण कार्य के दौरान भारी अनिमितता और गुणवत्तापूर्ण निर्माण कार्य होने की वजह बतला रहे है.

बारिश में स्टॉप डेम का एक हिस्सा बह गया

दरअसल मरवाही वन मंडल क्षेत्र में लाखों रुपयों की लागत से बनाए गए स्टॉप डेम बारिश में धरासायी हो गए. जिससे निर्माण कार्य के दौरान गुणवत्तापूर्ण निर्माण कार्य की पोल खुल गई है बात करें मरवाही वन मंडल के खोडरी वनपरिक्षेत्र में फुलवारी नदी में 20 लाख रुपये की लागत से बना एनीकट पहले ही बारिश की मार नहीं झेल पाया.

डेम का एक हिस्सा अपनी जगह में 2 फूट अंदर बैठ गया तो दूसरी ओर पिपरिया गांव की बात करें तो यहां पर तिपान नदी में बनाए गए स्टॉप डेम का एक बड़ा हिस्सा बारिश में बह गया. जबकि मरवाही परिक्षेत्र के ही पडखुरी गांव में पिपरिया पडखुरी मार्ग में तिपान नदी में बनाया गया स्टॉप डेम भी बारिश में बह गया.

वन विभाग की खुली पोल

जिसके लिए वन विभाग के द्वारा कराए गए निर्माण कार्य में भ्रष्टाचार की कलई खुल के रह गई है. शासन के लाखों रुपये भी पानी में डूब गया. ग्रामीण अब मामले में वन विभाग के कर्मचारियों पर स्टॉप डेम और एनीकट निर्माण कार्य के दौरान जमकर भ्रष्टाचार किये जाने की बात कह रहे है. मामले में जवाबदार अधिकारी कैमरे के सामने कुछ नहीं बोल रहे है.

बहरहाल, मरवाही वन मंडल में एनीकट के धरासाई होने से उसकी गुणवत्ता पर सवाल उठना लाजिमी है लेकिन जिम्मेदार अधिकारी अपना पक्ष नहीं रख पा रहे है.

Last Updated : Oct 14, 2021, 10:15 PM IST

ABOUT THE AUTHOR

...view details