बिलासपुर : मरवाही के कमला नेहरू आदिवासी कन्या आश्रम में पहली कक्षा में पढ़ने वाली बच्ची की तबीयत बिगड़ने के बाद उसकी मौत हो गई है. बच्ची की तबीयत दो दिनों से खराब थी. परिजनों का आरोप है कि बच्ची को हॉस्पिटल ले जाने के बजाय परिजनों को सौंप दिया गया. इस दौरान घर लाने पर आधे घंटे के अंदर बच्ची की मौत हो गई.
बिलासपुर : लापरवाही ने ली जान, बच्ची का इलाज न कराकर परिजनों को सौंपा
अचानक तबीयत खराब होने से 6 साल की बच्ची की मौत हो गई है. परिजन मौत का जिम्मेदार आश्रम की महिला सैनिक को बता रहे हैं. उनका आरोप है बच्ची की जान लापरवाही के कारण गई है.
6 साल की बच्ची की मौत
खुलासे के बाद स्थानीय और जिला प्रशासन मामले की जांच में जुटा है और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की बात कह रहा है.
क्या है पूरा मामला
- दरअसल, पूरा मामला मरवाही विकासखंड के दूरस्थ आदिवासी ग्राम बेलझिरिया का है, जहां कमला नेहरू आदिवासी कन्या आश्रम में 3 जुलाई को कोरिया के मंगोरा गांव की 6 वर्षीय कांति विश्वकर्मा का पहली कक्षा में प्रवेश कराया गया था.
- परिजनों के मुताबिक 3 जुलाई को कांति का दाखिला हुआ और 18 तारीख को उसकी मौत हो गई. आश्रम अधीक्षिका रेवती उदय ने बताया कि कांति को आश्रम में दो दिन से उल्टी हो रही थी. तबीयत में सुधार न दिखने पर अस्पताल में इलाज के लिए ले जाना छोड़ परिजनों को सौंप दिया गया. घर लाने पर आधे घंटे के अंदर बच्ची की मौत हो गई.
- बता दें कि इस आश्रम में महिला सैनिक की भी पोस्टिंग की गई है, लेकिन 11 जुलाई के बाद वे आज तक आश्रम का जायजा लेने नहीं पहुंची. उन पर आरोप है कि वह आश्रम में न रहकर शाम होते ही अपने घर लौट जाती थी.