बीजापुर: जिले में सक्रिय एक महिला नक्सली ने तेलंगाना पुलिस के सामने सरेंडर कर दिया है. सरेंडर करने वाली नक्सली का नाम ताती चिलका है. वह बीजापुर जिले के बड़ा उटलागांव की निवासी है. उसने माओवादियों पर गंभीर सवाल उठाए हैं. नक्सली ताती चिलका तेलंगाना में भद्राद्री, कोट्टागुडेम जिला में चेरला पुलिस और सीआरपीएफ 141 बटालियन के सामने हथियार डाले हैं.
बीजापुर की महिला नक्सली ताती चिलका ने किया तेलंगाना में सरेंडर, कैडर छोड़ते ही लाल आतंक पर उठाए सवाल
बीजापुर में लाल आतंक को बड़ा झटका लगा है. यहां की एक महिला नक्सली ताती चिलका ने तेलंगाना में सरेंडर किया है.
पुलिस सूत्रों ने बताया कि नक्सली ताती चिलका तीन वर्षों से प्रीस्ट कॉन्कर आरपीसी की मलेशियाई सदस्य हैं. नाबालिग रहने के दौरान ताती चिलका को पुजारी कांकेर के पीसी सदस्यों नुपो लकमा, काम्या और सहदेव ने धमकी दी और जबरन नक्सलियों के साथ भर्ती कराया. ताती चिलका के हवाले से तेलंगाना पुलिस ने जो जानकारी उपलब्ध कराई उसके अनुसार प्रतिबंधित नक्सली नेता और गिरोह के सदस्य आदिवासी गांवों के लोगों को आतंकित कर रहे हैं. आदिवासी युवकों, नाबालिग लड़कों और लड़कियों को प्रतिबंधित भाकपा माओवादी मिलिशिया और बलों में जबरन भर्ती कर रहे हैं. उनका भविष्य नष्ट कर रहे हैं
आदिवासी गांवों के विकास में बाधा डाल रहे हैं और अधिकारों की मांग कर रहे हैं. नक्सली आदिवासी गांव के सरपंचों, पटेलों और अन्य लोगों से माओवादी पार्टी के खिलाफ लड़ने, अपने अधिकारों की रक्षा करने और विकास में भाग लेने का आग्रह करते हैं. नक्सली ताती चिलका ने बताया कि लगातार नक्सली गांव में कैंपेन चलाते हैं और मासूम गांव वालों को अपनी विचारधारा से जोड़ने के लिए दवाब डालते हैं.