बीजापुर: नक्सलियों की ओर से ग्रामीणों की हत्या करने का सिलसिला थमने का नाम ही नहीं ले रहा है. कुटुरु में एक सहायक आरक्षक की हत्या के बाद नक्सली लगातार आम लोगों को मौत के घाट उतार रहे हैं. नक्सली ग्रामीणों को कहीं पुलिस मुखबीरी के नाम से मार रहे हैं, तो कहीं रोड बनाने पर ठेकेदारों की हत्या कर रहे हैं. नक्सलियों ने पिछले एक महीने में जिले में कई ग्रामीणों को मौत के घाट उतार दिया है.
पुलिस के आंकड़ों के मुताबिक नक्सलियों ने एक महीने में अब तक 15 लोगों की हत्या कर दी है. सूत्रों के मुताबिक, नक्सलियों ने पांच दिन पहले उसूर ब्लॉक के पामेड़ इलाके में 7 से 8 गांव के 16 लोगों की मुखबिरी के शक में हत्या कर दी है. घटना के बाद क्षेत्र में दहशत का माहौल है. जिसके चलते लोग गांव से बाहर नहीं जा पा रहे हैं.
मुखबिरी के शक में ग्रामीणों की हत्या
जानकारी के मुताबिक बीते 5 दिनों में नक्सलियों ने पामेड़ थाना इलाके के पामेड़, कंवरगट्टा, भट्टीगुड़ा और पुसबाका के 16 ग्रामीणों को पुलिस मुखबिरी के शक में मार दिया. साथ ही ये मामला बाहर न पहुंचे इसके लिए नक्सलियों ने ग्रामीणों के मोबाइल भी छीन लिए. बताया जा रहा है कि धर्मावरम और पामेड़ के बीच नाव से तालपेरू नदी पार करते वक्त इन 16 ग्रामीणों की हत्या कर दी गई थी. इसकी सूचना अभी तक बीजापुर के पामेड़ थाने तक नहीं पहुंची है. हालांकि तेलंगाना पुलिस सूत्र इस बात की पुष्टि कर रहे हैं. यह भी बताया जा रहा है कि मामले की सच्चाई का पता लगाने के लिए तेलंगाना के चेरला से मीडियाकर्मी पामेड़ की ओर रवाना हुए हैं.
तेलंगाना पुलिस ने नक्सलियों को उतारा मौत के घाट
बता दें कि छत्तीसगढ़ बाॅर्डर पर कुछ दिनों पहले तेलंगाना पुलिस ने चार नक्सलियों को मार गिराया था. इससे नक्सली बौखलाए हुए हैं. नक्सलियों ने तेलंगाना के कुछ इलाकों में इसे लेकर बंद का आह्वान भी किया है. इस बारे में पुलिस अधिकारी न कहना है कि पामेड़ क्षेत्र में 16 ग्रामीणों की हत्या को लेकर फिलहाल पुलिस के पास कोई जानकारी नहीं है. ग्रामीणों में दहशत फैलाने के लिए नक्सली ऐसी घटनाओं को अंजाम देते रहे हैं. इसी प्रकार सूत्रों की मानें तो पामेड़ एरिया कमेटी के पूर्व एरिया कमांडर को भी मार दिया गया है. उस पर संगठन के साथ गद्दारी का आरोप भी लगा था और वह फिलहाल गांव में ही रह रहा था.