बीजापुर : बस्तर के कई क्षेत्रों में मूसलाधार बारिश हुई है. जिसके कारण दूरस्थ गांवों का संपर्क जिला मुख्यालयों से टूट गया है.बारिश के कारण बासागुड़ा से जगरगुंडा रास्ते पर सिलेगर गांव के पास बना अस्थाई पुल भी तेज बारिश में बह गया.जिससे दो गांवों का संपर्क टूटा.सिलगेर और बेदरे गांव के लोगों को आने जाने में काफी परेशानी होने लगी.जिसकी जानकारी सीआरपीएफ बटालियन के जवानों को लगी. सिलेगर कैंप के जवानों ने जान जोखिम में डालकर सीमित संसाधनों से इस पुल को जोड़ा ताकि ग्रामीणों का आवागमन जारी रहे.
Generosity Of CRPF Jawans :सिलगेर में बारिश में बहा मिट्टी का पुल, सीआरपीएफ जवानों ने बनाया अस्थाई मार्ग - CRPF
Generosity Of CRPF Jawans सिलगेर गांव के मुहाने पर बना अस्थाई पुल बारिश के कारण बह गया था.जिसके कारण कई गांवों का संपर्क सिलगेर से टूट गया था.इस पुल के टूटने के बाद सीआरपीएफ जवानों ने एक बार फिर अस्थाई पुल बनाया है.
बाजार जाने में हो रही थी दिक्कत : पुल टूटने की वजह से यहां के ग्रामीणों को आवागमन में दिक्कत होने लगी थी. सिलगेर गांव में बुधवार को साप्ताहिक बाजार लगता है. इस बाजार में चिंतलनार, दोरनदर्भा, मिसीगड़ा, कुंदेड़, मंडीमार्का,उरसंगल और गोंडपल्ली के ग्रामीण आते हैं. सैकड़ों ग्रामीण अपने जरूरत के सामान इसी बाजार में आकर लेते हैं. पुल टूट जाने के कारण ग्रामीण बाजार में नहीं पहुंच पा रहे थे. ऐसे में सीआरपीएफ 229 बटालियन कमांडेंट पुष्पेंद्र कुमार की टीम ने पुल जोड़कर ग्रामीणों की बड़ी मुश्किल आसान कर दी है.
सीआरपीएफ जवानों के मदद से वापस बने इस अस्थाई पुल में अब ग्रामीणों का आवागमन शुरु हो चुका है. जिसके बाद अब फोर्स के प्रति ग्रामीणों का नजरिया बदला है.सिलगेर क्षेत्र में सीआरपीएफ जवान इस इलाके में सड़क निर्माण एजेंसी को सुरक्षा दे रहे हैं.गर्मी के समय सिलगेर के एक पहाड़ी नाला में आने जाने के लिए अस्थाई मिट्टी के पुल को बनाया गया था. लेकिन बारिश आते ही ये पुल बह गया था.लेकिन फिर से जवानों ने अस्थाई पुल बनाकर ग्रामीणों के लिए रास्ता खोला है.