बीजापुर: नारायणपुर जिले के कड़ेमेटा कैंप में हुए नक्सली हमले में शहीद CAF के जवान का अंतिम संस्कार उनके गृहग्राम में किया गया. जितेंद्र बागड़े 27 जुलाई को बारसूर रोड के कड़ेमेटा कैंप में हुए नक्सली हमले में शहीद हो गए थे. शहीद का पार्थिव शरीर हेलीकाप्टर से बीजापुर लाया गया था.
शहीद जवान का हुआ अंतिम संस्कार पढ़ें- नक्सली हमले में शहीद जवान को दी गई श्रद्धांजलि, गृहग्राम मांझीगुड़ा में होगा अंतिम संस्कार
शहीद जितेंद्र बागड़े का पार्थिव शरीर उनके गृह ग्राम मांझीगुड़ा लाया गया, जहां पहले तो शहीद जवान को श्रद्धांजलि दी गई और उसके बाद उनका अंतिम संस्कार किया गया. सोमवार शाम शहीद की पार्थिव देह नारायणपुर लाई गई थी. इसके बाद शहीद को पुलिस परेड ग्राउंड में श्रद्धांजलि के बाद जवान को सलामी दी गई, जिसके बाद शहीद की पार्थिव देह को हेलीकॉप्टर से बीजापुर के लिए रवाना किया गया.
जनप्रतिनिधि और अधिकारी रहे मौजूद
इस दौरान विधायक और बस्तर विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष विक्रम मंडावी, उप महानिरीक्षक केरिपु(ऑप्स) कोमल सिंह, बीजापुर कलेक्टर रितेश अग्रवाल, पुलिस अधीक्षक बीजापुर कमलोचन कश्यप, केरिपु कमांडेट 222 बटालियन पी कुजुर, कमांडेंट 168बटालियन विनय कुमार चौधरी, कमांडेंट 170 बटालियन आलोक भटटाचार्य, कमांडेंट 85 बटालियन यादवेन्द्र सिंह, CAF कमांडेंट 15वीं बटालियन सुजीत कुमार और अन्य आला अधिकारी, जनप्रतिनिधि और ग्रामीण शामिल थे.
100 से ज्यादा नक्सलियों ने किया था हमला
शहीदी सप्ताह के एक दिन पहले ही नक्सलियों ने कड़ेमेटा CAF कैंप पर सुबह 8.30 बजे हमला बोला था. ग्रामीणों की माने तो 100 से ज्यादा नक्सली इस हमले में शामिल थे, इस दौरान करीब दो घंटे तक मुठभेड़ चली, जिसमें मोर्चा संभालते हुए जवानों ने भी मुहतोड़ जवाब दिया. जिसके बाद जवानों को भारी पड़ता देख जंगलों की आड़ लेकर नक्सली भाग खड़े हुए. कैंप में अचानक हुए हमले में मोर्चे में तैनात जवान जितेंद्र बागड़े सिर पर गोली लगने से शहीद हो गए थे. CAF का यह कैंप दंतेवाड़ा और नारायणपुर छोटे डोंगर थाना क्षेत्र के बीच घनघोर जंगल में बारसूर पल्ली मार्ग पर स्थित है.