बीजापुर : देश भर के किसान कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन कर रहे हैं. छत्तीसगढ़ में भी किसान आंदोलन का असर देखने मिल रहा है. बुधवार को विधायक व बस्तर विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष विक्रम मंडावी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बीजेपी पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि 'भाजपा के प्रदेश प्रभारी और राज्य के भाजपा नेता झूठ का सहारा लेकर प्रदेश के किसानों को गुमराह करने की कोशिश कर रहे है.'
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कांग्रेस कमेटी के जिलाध्यक्ष लालू राठौर ने केंद्र सरकार पर गम्भीर आरोप लगाए हैं. उन्होंने कहा कि 'बीजेपी प्रदेश की भूपेश सरकार के लोकप्रियता से घबरा गई है. आज भाजपा के नेता धान खरीदी के नाम पर अनाप शनाप बयान दे रहे हैं, लेकिन प्रदेश के किसान, ग्रामीण अब भाजपा की कथनी और करनी को अच्छी तरह से समझ चुके हैं. मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के कार्यों से किसान खुश हैं. 20 लाख किसान परिवारों को कर्ज माफी का लाभ मिल चुका है.'
रुक्मणि कर्मा ने साधा निशाना
महिला कांग्रेस की प्रदेश सचिव व जिला प्रभारी रुक्मणि कर्मा ने कहा कि 'केंद्र की मोदी सरकार भूपेश सरकार की किसान हितैषी नीतियों को पचा नहीं पा रहे हैं, इस कारण प्रदेश में पर्याप्त मात्रा में बारदाना नहीं दिया है. प्रदेश की सरकार से 60 लाख मीट्रिक टन चावल लेने का वादा कर 24 लाख मीट्रिक टन खरीदी करने की अनुमति प्रदान की गई है.' कर्मा ने पूर्व मंत्री महेश गागड़ा पर निशाना साधते हुए सवाल किया कि 'किसानों के हित की बात करने वाले गागड़ा ने अब तक यहां के किसानों के हित के लिए कितनी चिठ्ठियां केंद्र सरकार को लिखी, जबरन किसानों को बहकाना बन्द करें.
कर्मा ने कहा कि 'भाजपा की प्रदेश प्रभारी पुरंदेश्वरी द्वारा केंद्र की मोदी सरकार ने धान खरीदी के लिए छत्तीसगढ़ सरकार को 9 हजार करोड़ का अग्रिम भुगतान किए जाने का बयान मीडिया के सामने देती है, जो झूठ और सरासर गलत है.' विधायक विक्रम मंडावी ने अन्त में कहा कि यदि केंद्र सरकार का यही रवैया प्रदेश के लिए रहा तो वो समय दूर नहीं जब यहां के किसान और ग्रामीण भी केंद्र सरकार के खिलाफ उठ खड़े होंगे. इस दौरान प्रदेश सचिव अजय सिंह, जिला पंचायत अध्यक्ष शंकर कुडियम, सदस्य नीना रावतिया, रमेश यालम, सन्तोष गुप्ता, दशरथ हेमला, मंगल राना, मनोज अवलम सहित कांग्रेस के कार्यकर्ता उपस्थित रहें.