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कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक ने अंदरूनी इलाकों में जाकर दी मलेरिया से बचाव और रोकथाम की जानकारी

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Published : Jun 13, 2020, 2:45 PM IST

शनिवार को बीजापुर कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक ने अंदरूनी इलाकों का दौरा किया. इस दौरान उन्होंने विभिन्न पहलुओं पर ग्रामीणों से चर्चा की और उन्हें मलेरिया से बचाव और रोकथाम की समझाइश दी. वहीं कुपोषण मुक्ति अभियान पर विशेष ध्यान देने की बात कही.

Collector and SP inspected interiors areas
कलेक्टर और एसपी ने अंदरूनी इलाकों का लिया जायजा

बीजापुर:कलेक्टर और पुलिस अधीक्षकनक्सल प्रभावित क्षेत्र में पहुंचे और वहां रहने वाले लोगों की समस्याओं से अवगत हुए. कलेक्टर रितेश कुमार अग्रवाल और पुलिस अधीक्षक कमलोचन कश्यप ने शनिवार को जिले के भैरमगढ़ ब्लॉक के दूरस्थ अंदरूनी इलाकों बेदरे, करकेली और फरसेगढ़ में सड़क, पेयजल, बिजली इत्यादि मूलभूत सुविधाओं की उपलब्धता का जायजा लिया.

कलेक्टर और एसपी ने अंदरूनी इलाकों का लिया जायजा

इस दौरान कलेक्टर अग्रवाल और एसपी कश्यप ने पंचायत पदाधिकारियों और ग्रामीणों से मिलकर होकर पेयजल, बिजली, स्वास्थ सुविधा की सुलभता सहित पेंशन भुगतान, तेन्दूपता संग्रहण, पारिश्रमिक भुगतान इत्यादि के बारे में जानकारी ली.

मलेरिया से बचाव और रोकथाम

इस दौरान उन्होंने ग्रामीणों को मलेरिया से बचाव और रोकथाम के लिए शुद्ध पेयजल का उपयोग करने, मच्छरदानी का नियमित उपयोग करने सहित स्वच्छता और साफ-सफाई के प्रति सजग रहने की समझाइश दी है.

कुपोषण मुक्ति का जारी रखे अभियान

कुपोषण मुक्ति के लिए 3 से 6 साल के आयु वर्ग के सभी बच्चों और गर्भवती माताओं को पूरक पोषण आहार उपलब्ध कराने, स्वास्थ्य जांच करने सहित टीकाकरण से लाभान्वित किए जाने की बात कही है.

सुपोषण अभियान से लाभान्वित हों बच्चे

कलेक्टर और एसपी ने सुपोषण अभियान के तहत 1 से 3 साल के आयु वर्ग के बच्चों, पोषक माताओं और बीच में स्कूल ड्रॉप कर चुकी छात्राओं को सुपोषण केन्द्रों के माध्यम से पौष्टिक आहार से लाभान्वित किए जाने की ग्रामीणों को समझाइश दी है.

जनजागरूकता फैलाने दी समझाइश

कलेक्टर अग्रवाल और एसपी कश्यप ने इस दिशा में पंचायत पदाधिकारियों की भागीदारी सहित शिक्षा, स्वास्थ्य और पंचायत विभाग के फील्ड स्टाफ को व्यापक जनजागरूकता फैलाने के लिए निर्देशित किया है. उन्होंने ग्रामीणों से कहा है कि मलेरिया से बचाव और रोकथाम सहित कुपोषण मुक्ति के लिए व्यापक जन सहभागिता जरूरी है. इस ओर ग्रामीणों को जागरूक करने के साथ ही घर-घर जाकर उनकी भागीदारी सुनिश्चित किया जाए.

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