बीजापुर: आजादी के सात दशक बाद पहली बार किसी जनप्रतिनिधि ने अबूझमाड के छोर पर बसे बीराभट्टी गांव की सुध ली है. इस गांव के पिछड़ेपन का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि यहां के आदिवासी ग्रामीणों को साफ पानी पीने के लिए एक हैंडपंप तक नसीब नहीं था.
बस्तर की प्राणदायिनी इंद्रावती नदी को पार कर, बीजापुर विधायक और बस्तर प्राधिकरण के उपाध्यक्ष विक्रम शाह मंडावी प्रशासनिक अमले के साथ बीराभट्टी गांव पहुंचे. जहां उन्होंने ग्रामीणों को 6 हैंडपंप की सौगात दी और साथ ही गांव में जल्द ही स्कूल, आंगनबाडी और स्वास्थ्य सुविधाएं पहुंचाने का आश्वासन भी दिया.
गांव में नहीं है पुलिया
बता दें कि बीराभट्टी गांव जिला मुख्यालय से करीब 40 किलोमीटर दूर कुटरू में इंद्रावती नदी के टापू पर बसा है. नक्सल प्रभावित क्षेत्र होने के कारण आज तक इंद्रावती नदी पर पुल नहीं बन पाया. जिस कारण ये गांव अब तक विकास से अछूता रहा. कई लोगों ने तो इस गांव का नाम तक नहीं सुना था.