बेमेतराः जिले में स्वच्छ भारत अभियान के तहत ग्राम पंचायतों में सामुदायिक शौचालय का निर्माण किया जा रहा है. जिले में 307 समुदायिक शौचालय का निर्माण होना है. लेकिन विभाग के सुस्त रवैए के कारण अधिकांश टॉयलेट का निर्माण कार्य अधूरा है. ऐसे में स्वच्छता के लिए केंद्र सरकार से पुरस्कृत जिले के जिम्मेदारों पर सवालिया निशान खड़े हो रहे हैं.
धीमी गति से चल रहा टॉयलेट निर्माण का कार्य 307 में मात्र 4 टॉयलेट का हुआ निर्माण
स्वच्छ भारत अभियान के प्रथम चरण में जिलेवासियों के घरों में शौचालय का निर्माण पंचायत विभाग को करना है. जिले के चारों ब्लॉक के जनपद पंचायत के अधीन आने वाले ग्राम पंचायतों में सामुदायिक शौचालय का निर्माण कराया जा रहा है. इसके तहत ग्राम पंचायत में बनने वाले सामुदायिक शौचालय के लिए 3 लाख 60 हजार की राशि और सड़क किनारे बनाए जा रहे सामुदायिक शौचालय के लिए 5 लाख रुपए का फंड जारी होना है. इस वित्तीय वर्ष में जिले में प्रस्तावित 307 सामुदायिक शौचालय में से केवल 4 शौचालय का निर्माण पूरा हो पाया है.
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पांच लाख की लागत से बनेंगे 4 टॉयलेट
जिला पंचायत सीईओ रीता यादव जिले में सड़क किनारे बसाहट वाले गांवों में सामुदायिक शौचालय का निर्माण पांच लाख की लागत से किया जाना है. जिसके लिए चयनित 4 पंचायतों के लिए 20 लाख रुपए स्वीकृत किया गया है. इस बजट में बेमेतरा जनपद के ग्राम पंचायत बैजी साजा ब्लॉक के उड़िया, नवागढ़ के संबलपुर और बेरला ब्लॉक के भिंभौरी में निर्माण कराया जाएगा. सीईओ ने बताया कि जिले में करीब 300 समुदायिक शौचालय का लक्ष्य मिला था, जिसमें 10 फीसदी टॉयलेट का काम पूरा हो चुका है.