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कैसे बुझेगी आग: एक फायर ब्रिगेड के भरोसे बेमेतरा शहर

बेमेतरा जिले का अग्निशमन विभाग (fire department) स्टाफ और संसाधनों की कमी से जूझ रहा है. विभाग के पास आग बुझाने के लिए जिले में सिर्फ 7 फायर ब्रिगेड की गाड़ियां हैं. वहीं जिला मुख्यालय में सिर्फ 1 दमकल गाड़ी है. ऐसे में विभाग के पास आग बुझाने को लेकर बड़ी चुनौतियां बनी रहती है.

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Published : Apr 2, 2021, 10:57 PM IST

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फायर ब्रिगेड

बेमेतरा:शहर सहित जिले में आग लगने की घटनाओं पर काबू पाने वाले अग्निशमन विभाग (fire department) आउट डेटेड दमकल वाहन और स्टाफ की कमी से जूझ रहा है. कहने के लिए विभाग के पास जिले में 7 फायर ब्रिगेड हैं. पर इसमें से 1 दमकल को जिला मुख्यालय में तैनात किया गया है. बाकी 6 गाड़ियों को जिले के अलग-अलग निकायों में रखा गया है. गर्मी का मौसम शुरू हो गया है. आगजनी के मामले सामने आने लगे हैं. ऐसे में विभाग के पास बड़ी चुनौती है.

एक फायर ब्रिगेड के भरोसे बेमेतरा शहर

जिला मुख्यालय में सिर्फ 1 फायर ब्रिगेड

बेमेतरा जिला मुख्यालय से 8 किलोमीटर दूर भोईनाभाठा में स्थित नगर सेना के दफ्तर में एक फायर ब्रिगेड है. लेकिन इस दमकल की हालत बेहद खराब है. हाल ही में इस फायर ब्रिगेड को रायपुर से रिपेयर करवा कर लाया गया है. इसके बावजूद टैंक से लीकेज की समस्या बनी हुई है. वहीं फायर ब्रिगेड में पानी भरने की सुविधा केवल नगर पालिका दफ्तर में है. ऐसे में दमकल में पानी भरने के लिए बार-बार शहर जाना पड़ता है.

एक फायर ब्रिगेड के भरोसे बेमेतरा शहर

कैसे सुधरेगी व्यवस्था ?

बेमेतरा जिला मुख्यालय के अलावा बाकी 6 फायर ब्रिगेड मारो, नवागढ़, बेरला, खम्हरिया, साजा और परपोडी नगर पंचायत में तैनात किया गया है. बेमेतरा जिला मुख्यालय में व्यवस्था नहीं होने से फायर ब्रिगेड विभाग के कर्मी एक दमकल के भरोसे जिले में आग से निपटने की कमान संभाले हुए हैं. नगरीय निकाय से नगर सेना में फायर ब्रिगेड के समायोजन के बाद कुछ स्थिति सुधरी तो जरूर है पर गाड़ी और स्टाफ को लेकर अभी तक समस्या दूर नहीं हुई है.

एक फायर ब्रिगेड के भरोसे बेमेतरा शहर

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स्टाफ की कमी

फायर ब्रिगेड दफ्तर में नगर सेना और नगर पालिका के 8 कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई गई है. कुछ समय पहले ड्राइवर की मौत के बाद अभी तक वैकल्पिक व्यवस्था से काम चलाया जा रहा है.जिला मुख्यालय में आग बुझाने के लिए तैनात एकलौता फायर ब्रिगेड जरूरत के हिसाब से नाकाफी है.

व्यवस्था संभालना हो रहा मुश्किल

अलग-अलग स्थानों में एक ही समय में यदि आग बुझाने की घटना घटती है तो ऐसे में व्यवस्था संभालना मुश्किल होता है. वहीं आसपास के 30-40 किलोमीटर के क्षेत्र में यदि आग लगती है. ऐसे में 30-40 मिनट पहुंचने में लग जाते हैं. तब तक काफी नुकसान हो जाता है.

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जल्द से जल्द दी जाती है मदद

नगर सेना के एसआई अखिलेश पराशर ने ने बताया कि आग लगने पर कोशिश रहती है कि जल्द से जल्द मदद दी जाए. हालांकि पार्किंग यार्ड से शहर की दूरी होने के चलते घटना स्थल पर पहुंचने में थोड़ा समय लग जाता है. उन्होंने बताया कि स्टाफ की कमी और दूसरी समस्याओं को लेकर शासन से अवगत कराया गया है. वहीं 1 नए फायर ब्रिगेड खरीदी के लिए शासन को पत्र भेजा गया है.

शासन ने नए फायर ब्रिगेड की मांग

जिला कलेक्टर शिव अनंत तायल ने बताया कि जिले के सभी नगर पंचायतो में दमकल वाहन हैं, जो आगजनी बुझाने के लिए तैनात किए गए हैं. कलेक्टर ने बताया कि स्टाफ समेत 1 नई फायर ब्रिगेड की मांग शासन से की गई है.

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