बेमेतरा: शिक्षकों की इस पहल से स्कूली छात्रों को देश में होने वाले निष्पक्ष चुनाव और लोकतांत्रिक व्यवस्था से बेहतर तरीके से रूबरू होने का मौका मिला. इस निर्वाचन प्रकिया में 709 मतदाताओं ने भाग लिया.
बेमेतरा: बच्चे प्रत्याशी, बच्चे ही वोटर, स्कूल में इस तरह सिखाया गया कैसे होता है चुनाव - शासकीय उच्चतर माध्यमिक शाला
स्कूली छात्रों को देश में होने वाले निष्पक्ष चुनाव और लोकतांत्रिक व्यवस्था से बेहतर तरीके से रूबरू होने का मौका मिला. शासकीय उच्चतर माध्यमिक शाला अंधियारखोर के शिक्षकों ने प्रत्यक्ष मतदान प्रणाली के अनुरूप छात्रों से सबसे पहले मतदान दल का गठन किया गया और उम्मीदवार तय कर नामांकन फॉर्म भरा गया.
शासकीय उच्चतर माध्यमिक शाला अंधियारखोर के शिक्षकों ने प्रत्यक्ष मतदान प्रणाली के अनुरूप छात्रों से सबसे पहले मतदान दल का गठन किया गया और उम्मीदवार तय कर नामांकन फार्म भरा गया. इसके बाद अपने-अपने अंदाज में उम्मीदवारों ने चुनाव प्रचार भी किया. छंटनी प्रकिया के बाद चुनाव की तारीख के मुताबिक सुबह 8 बजे कक्षाओं में मतदान केंद्र बनाया गया, जहां मतदाताओं ने लाइन लगाकर अपने वोट डाला और सेल्फी ली.
स्काउड गाइड के छात्र-छात्राओं ने सुरक्षाकर्मियों की भूमिका निभाई
मतदान केंद्र में अस्वस्थ मतदाताओं के लिए व्हीलचेयर की व्यवस्था भी की गई थी. वहीं संस्था के एसपीसी स्काउड गाइड के छात्र-छात्राओं ने सुरक्षाकर्मियों की भूमिका निभाते हुए शांतिपूर्ण चुनाव कराने में अपनी अहम भूमिका निभाई. इस चुनाव प्रक्रिया में शाला के सभी शिक्षक- शिक्षिकाओं की भागीदारी रही. मतों की गिनती के बाद मतों की गिनती के बाद कक्षा थानाराम 205 मतों के साथ शाला नायक, करुणा नेताम संस्कृतिक सचिव और ओंकार क्रीड़ा सचिव बने.