बेमेतरा:जिले में धान खरीदी 1 दिसंबर से शुरू हो गई है और खरीदी शुरू होने के 1 सप्ताह बाद ही प्रशासन के खिलाफ किसानों ने आवाज उठाना शुरू कर दिया है. किसानों की ओर से किए जा रहे लगातार प्रदर्शन और हंगामे के बाद अब जिले भर में सेवा सहकारी समितियों के अध्यक्ष लामबंद हो गए हैं और बढ़ते तनाव की स्थिति को लेकर कलेक्टर से पुलिस सुरक्षा देने की मांग कर रहे है.
समिति अध्यक्षों ने की पुलिस सुरक्षा की मांग अध्यक्षों ने कलेक्टर को बताई परेशानी
बता दें कि जिले के सेवा सहकारी केंद्रों के अध्यक्षों ने कलेक्टर शिखा राजपूत तिवारी से मुलाकात की और अपनी परेशानी बताई. अध्यक्षों ने बताया कि समितियों की ओर से अपने पंजीकृत रकबे और खरीदी दिवस की सुविधा के अनुसार टोकन जारी किया जा चुका है.लेकिन शासन की ओर से एक नया टोकन नियम बनाने से समितियों को किसानों के गुस्से का शिकार होना पड़ रहा है.
समिति प्रबंधकों के खिलाफ कार्रवाई नहीं करने की मांग
शासन की ओर से निर्धारित टोकन संख्या में पंजीकृत किसानों का धान खरीदी दिनांक तक संभव नहीं है. सेवा सहकारी समिति के अध्यक्षों ने कलेक्टर से नोडल अधिकारी और समिति प्रबंधकों के खिलाफ कार्रवाई नहीं करने की मांग की. साथ ही पर्याप्त मात्रा में बारदान की व्यवस्था और जल्दी धान परिवहन शुरू करने की भी मांग की.
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जिला कार्यालय पहुंचे जिले भर के सेवा सहकारी समिति के अध्यक्षों ने बताया कि प्रशासन की गलत नीतियों की वजह से उन्हें किसानों के साथ जूझना पड़ रहा है और उनके गुस्से का शिकार होना पड़ रहा है. उन्होंने बताया कि वे कलेक्टर के पास धान खरीदी कार्य में पुलिस सुरक्षा की मांग करने आए हैं.