बलौदा बाजारः जिले को अस्तित्व में आए 7 साल हो चुके हैं, लेकिन जिला मुख्यालय में जिस प्रकार से विकास होना था उस प्रकार विकास नहीं हो पाया है. नगर के रिहायशी इलाकों में गंदगी पसरी हुई है. गंदे पानी के निकासी के लिए बनी अधूरी नालियों को में कचरे भरा हुआ है. वहीं स्थानीय जनप्रतिनिधी विकास का दावा कर रहे हैं. इस बार भी नगरी निकाय चुनाव में साफ-सफाई और विकास का मुद्दा हावी है.
बलौदा बाजारः नगर पालिका में समस्याओं का अंबार, पेयजल और सफाई का है अभाव - Baloda Bazar political news
नगर के रिहायशी इलाकों में गंदगी पसरी हुई. गंदे पानी के निकासी के लिए बनी अधूरी नालियों को में कचरा भरा है. वहीं स्थानीय जनप्रतिनिधी विकास का दावा कर रहे हैं.
बलौदा बाजार 1973 में नगर पालिका के रूप में अस्तित्व में आई. 1994 में यहां पहली बार चुनाव में निर्दलीय प्रत्याशी अशोक जैन अध्यक्ष बने. नगर पालिका में 21 वार्ड है, जिसकी जनसंख्या साल 2011 की जनगणना के अनुसार 26632 है. साल 2014 के चुनाव के मुताबिक यहां 20980 मतदाता हैं. इसमें 10631 महिला और 10349 पुरुष मतदाता हैं.
समस्याओं का अंबार
बलौदा बाजार नगर पालिका में समस्याओं की कोई कमी नहीं है. सबसे बड़ी समस्या नालियों से पानी निकासी, साफ-सफाई और पेयजल की व्यवस्था का है. साथ ही कई वार्ड में गंदगी का अंबार लगा है और तलाब की सफाई भी नहीं की गई है. कई वार्ड में रोड की भी समस्या भीषण है.