बलौदाबाजार: केंद्र सरकार की सबसे बड़ी स्कीम महात्मा गांधी रोजगार गारंटी योजना जिले में पूरी तरह ठप पड़ी है. जिले के हजारों मजदूरों का भुगतान लगभग एक साल से नहीं हुआ है. पिछले सत्र और इस सत्र में लगभग तीन करोड़ रुपए के मजदूरी का भुगतान लंबित है. मजदूरी नहीं मिलने से यहां के मजदूर रोजी के लिए पलायन करने को मजबूर हैं.
साल भर से नहीं हुआ है मनरेगा का भुगतान, पलायन को मजबूर ग्रामीण - बलौदाबाजार न्यूज अपडेट
राष्ट्रीय रोजगार गारंटी योजना इस अधिनियम को ग्रामीण लोगों की क्रिया शक्ति को बढ़ाने के उद्देश्य से शुरु किया गया था, लेकिन सरकार का 150 दिनों की रोजी रोटी देने का दावा हकीकत से कोसों दूर दिख रहा है. भुगतान नहीं मिलने की वजह से ग्रामीण रोजी-रोटी के लिए तरस रहे हैं.
राष्ट्रीय रोजगार गारंटी योजना को ग्रामीण इलाके में रह रहे लोगों को रोजगार देने के लिए शुरु किया गया था. इसके तहत सरकार वयस्क सदस्यों को 150 दिन का रोजगार उपलब्ध कराती है, लेकिन सरकार का 150 दिनों की रोजी रोटी देने का दावा हकीकत से कोसों दूर दिख रहा है. भुगतान नहीं मिलने की वजह से ग्रामीण रोजी-रोटी के लिए तरस रहे हैं. उनके पास अब दूसरे प्रदेश जाने के सिवा कोई और रास्ता नजर नहीं है.
जल्द किया जाएगा भुगतान
इस मामले में जिला पंचायत CEO आशुतोष पांडेय का कहना है कि 'जिला स्तर पर सभी प्रक्रिया पूरी कर ली गई है. मजदूरों का भुगतान FTO ( फंड ट्रांसफर ऑप्शन) के जरिए किया जाता है. जैसे ही शासन से राशि आएगी सभी मजदूरों के खाते में भेज दी जाएगी.