बालोद: नगर के नया बस स्टैंड परिसर में बालोद जिले के रोजगार सहायक और सचिव बीते 10 दिनों से हड़ताल पर बैठे हैं. अबतक शासन-प्रशासन द्वारा किसी तरह की सुध नहीं ली जा रही है. ग्रामीण क्षेत्रों की योजनाएं और रोजगार पूरी तरह ठप पड़े हुए हैं. रोजगार सहायक और सचिवों ने कहा कि जिस पंचायती राज का सम्मान छत्तीसगढ़ सरकार लगातार लेती आ रही है, उसमें हम सब रोजगार सहायक और सचिवों का अहम योगदान है. हमें ही आज दरकिनार किया जा रहा है.
रोजगार सहायक और सचिवों की हड़ताल से काम ठप रोजगार सहायक और सचिवों ने कहा कि हमारे हड़ताल में बैठने से ग्रामीण क्षेत्रों का काम ठप है. गांव में मनरेगा का कार्य भी प्रभावित हो रहा है. बावजूद इसके शासन एवं प्रशासन द्वारा उनकी समस्याओं को लेकर ध्यान नहीं दिया जा रहा है. ग्रामीण क्षेत्रों में भी लोगों को परेशानी हो रही है. बावजूद इसके प्रशासन ने अबतक ध्यान नहीं है.
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मिला सम्मान, फिर हम सब दरकिनार
रोजगार सहायक एवं सचिवों ने कहा कि, विगत 12-13 सालों से वे अपनी मांगों को लेकर संघर्ष कर रहे हैं. रोजगार सहायकों के लगन और मेहनत के कारण मनरेगा के कामों में छत्तीसगढ़ अव्वल रहा. इसके बावजूद शासन ने मनरेगा की नींव ग्राम रोजगार सहायक के हित पर ध्यान नहीं दिया.
रोजगार सहायकों की मांग
- ग्रेड के निर्धारण पर वेतनमान मिलना.
- सहायक सचिव घोसित कर सचिव की भर्ती में सीधी नियुक्ति.
- ग्राम पंचायतों को नगर पंचायत या नगर निगम में शामिल किया जाता है तो जो अभी के रोजगार सहायक है उन्हें सीधे रोजगार सहायक में सम्मिलित करना
रोजगार सहायक और सचिवों की हड़ताल
पंचायत सचिवों की मांग - पंचायत सचिवों की मांग है कि परीक्षा अवधि के 2 साल पूरा करने वाले सचिवों को शासकीय कर्मचारी घोषित किया जाए.
- रोजगार सहायक तीन सूत्रीय मांगों को लेकर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर हैं, जल्द उनकी मांगों पर विचार किया जाए.
- ग्रेड पर निर्धारण कर नियमितीकरण किया जाए.
- ग्राम पंचायतों को नगर निगम/नगर पंचायत में शामिल किया जा रहा है.
- ग्राम रोजगार सहायकों को संबंधित निकाय में शामिल किया जाए.
- अन्य रिक्त ग्राम पंचयत में सेवा पर रखा जाए.
- ग्राम रोजगार सहायकों को सचिव पद पर वरियता के आधार पर सीधी भर्ती की जाए.
- पंचायत सचिव प्रदेश पंचायत सचिव संगठन छत्तीसगढ़ के बैनर तले अनिश्चितकालीन हड़ताल पर बैठे हैं.