बालोद: धान के फुटकर व्यापारियों ने शुक्रवार को झलमला तिराहे में चक्काजाम किया. किसानों ने भी इसका समर्थन किया. व्यापारियों का कहना था कि जो 3 क्विंटल धान खरीदी का लाइसेंस उन्हें दिया गया है, उसे 100 क्विंटल किया जाए.
आंदोलन में पहुंचे किसानों ने रोते हुए अपना दर्द बयां किया. कहा, हमारे पास जीवन यापन के लिए पैसा नहीं है. आखिर हम करें तो करें क्या. पुलिस ने चक्काजाम करने वाले सभी व्यापारियों को गिरफ्तार किया है.
किसानों ने सड़कों पर फेंका धान
चक्काजाम का समर्थन करने पहुंचे किसानों ने बताया कि धान व्यापारियों के भरोसे ही हमारा जीवन यापन होता है. धान बेचकर ही हम मजदूरों को मजदूरी देते हैं. हम धान बेचने व्यापारियों के पास जाते हैं, तो वे धान खरीदने से मना कर देते हैं, क्योंकि प्रशासन उन पर लगातार नकेल कसते हुए कार्रवाई कर रहा है. अगर ऐसी ही स्थिति चलती रही, तो हम किसके पास धान बेचने जाएंगे. ऐसा कहते हुए किसानों ने सड़क पर ही अपना धान फेंक दिया.
पुलिस ने किया गरफ्तार
किसान और व्यापारी गंगा मैया मंदिर से बैठक लेकर पैदल मार्च निकालते हुए चौक पर पहुंचे. इसके बाद उन्होंने चक्काजाम कर लगभग आधे घंटे तक यातायात रोका. इसके बाद लगभग 500 की संख्या में मौजूद किसानों को गिरफ्तार कर अस्थाई जेल भेज दिया गया.