बालोद:ग्राम सिवनी में प्रदेश के गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू ने शहीद नारद निषाद की प्रतिमा का अनावरण किया. गृहमंत्री ने शहीद के परिवारजनों का सम्मान भी किया. इस दौरान गृहमंत्री ने शहीद की मां के चरण स्पर्श कर उनके पुत्र के अदम्य साहस को नमन किया. साथ ही निषाद समाज के शहीदों के जीवन परिचय पर केंद्रित पुस्तिका का भी विमोचन भी किया. उन्होंने कहा कि "शहीद नारद निषाद जी के प्रतिमा अनावरण के लिए बहुत बार बोला गया. लेकिन समयभाव के कारण आज बड़े दिनों बाद मुझे ये सौभाग्य प्राप्त हुआ. मैं खुद को सौभाग्यशाली मानता हूं. Tamradhwaj sahu salute martyr narad nishad
गृहमंत्री ने शहीद के मां के पैर छुए, शहीद को नमन कर किया प्रतिमा का अनावरण - संजारी बालोद विधायक संगीता सिन्हा
Tamradhwaj sahu salute martyr narad nishad बालोद जिले के ग्राम सिवनी में सोमवार को गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू ने शहीद नारद निषाद की प्रतिमा का अनावरण किया. गृहमंत्री ने शहीद के परिवारजनों का सम्मान भी किया. इस दौरान गृहमंत्री ने शहीद की मां के चरण स्पर्श कर उनके पुत्र के अदम्य साहस को नमन किया. साथ ही निषाद समाज के शहीदों के जीवन परिचय पर केंद्रित पुस्तिका का भी विमोचन भी किया.
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शहीद के लिए कोई शब्द नहीं: प्रदेश की महिला एवं बाल विकास मंत्री अनिला भेड़िया ने कहा कि "शहीद नारद निषाद ने अपना सर्वस्व देश के लिए न्यौछावर कर दिया. मैं पुलिस परिवार से हूं और बेहतर समझ सकती हूं. हमारे सुरक्षा में तैनात सभी लोगों से मन में सहानुभूति रखनी चाहिए. इस गांव के नाम को नारद निषाद जी ने अमर कर दिया. शहीद के लिए कोई शब्द नहीं है, हम उन्हे श्रद्धांजलि दे रहे हैं."
शहीद बेटे की कमी कोई नहीं कर सकता पूरी:शहीद नारद निषाद के प्रतिमा अनावरण के अवसर पर संजारी बालोद विधायक संगीता सिन्हा ने कहा कि "वो दिन जब नारद निषाद जी शहीद हुए, तो समय असहनीय था. आज परिवार संभल रहा है. बेटे के जाने का दुख कभी भी कम किया नहीं जा सकता. सरकार शहीद परिवार के साथ है. संसदीय सचिव कुंवर सिंह निषाद ने कहा कि "शहीद होकर नारद निषाद ने अपने खून से इस धरती को सींचा है. आज उन्ही की बदौलत हम खुली हवा में सांस ले रहे हैं.
शहीद के परिजनों का सम्मान:गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू ने शहीद नारद निषाद के परिवार का सम्मान किया और उनके साहस को नमन किया. उन्होंने कहा कि "ऐसे पुत्र हर किसी को मिले, जिसने अपना सर्वस्व मां भारती और छत्तीसगढ़ महतारी के लिए न्यौछावर कर दिया."