बालोदः प्रदेश में नगरी निकाय चुनाव को लेकर आरक्षण की स्थिति साफ हो गई है. बालोद नगर पालिका अनारक्षित है. ऐसे में अब सभी वर्ग के लोग यहां भाग्य आजमाने की चाहत में हैं. चुनाव का फैसला जनता के हाथ में है. लेकिन जीत और हार का समीकरण अभी से तैयार किया जा रहा है.
बालोद नगर पालिका अनारक्षित, लगी दावेदारों की होड़ नगर पालिका सीट अनारक्षित होने की वजह से अब भाजपा और कांग्रेस पार्टी में दर्जनभर से अधिक दावेदार हो सकते हैं. हालांकि पार्टी फैसला करेगी कि टिकट किसे मिलेगा.
युवा प्रत्याशी को टिकट मिलने की कयास
नगर पालिका में लगभग 25000 मतदाता हैं, जिनके ऊपर आगामी दिनों में सही प्रत्याशी का चुनाव करने का भार रहेगा. इस बार युवाओं पर दोनों पार्टियां किस्मत आजमा सकती हैं. भाजपा ने युवाओं को जहां टिकट देने की बात की है, वहीं कांग्रेस में भी उम्मीद है कि युवा चेहरे को उतार सकती है. साथ ही कुछ निर्दलीय युवा नेता भी इन दिनों तेजी से तैयारी में जुटे हुए हैं. जिनकी सक्रियता कहीं न कहीं भाजपा और कांग्रेस को नुकसान पहुंचा सकती है.
अंतिम फैसला हाईकमान का
भाजपा नेता राजीव शर्मा ने बताया कि इस बार सीट अनारक्षित है. जिससे सभी वर्ग को लड़ने का अधिकार है. टिकट देने का अंतिम फैसला हाईकमान का होगा. उन्होंने कहा कि इच्छुक व्यक्ति को अपना नाम आगे करने का पूरा हक है. इस बार चुनाव बेहद दिलचस्प होगा.
वहीं जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष कृष्णा दुबे ने बताया कि चुनाव का परिणाम मतदाताओं के ऊपर निर्भर करता है. साथ ही चुनाव में जीतने के लिए युवाओं की भूमिका अहम बताये है.