बालोद :छत्तीसगढ़ शासन राज्य महिला आयोग के अध्यक्ष किरणमई नायक बालोद जिले के दौरे पर (chhattisgarh state women commission chair kiranmayi nayak) थी. जहां पर उन्होंने आयोग में दर्ज हुए मामलों की सुनवाई की साथ ही उन्होंने पक्षकारों को आपसी सहमति जैसे कई व्यक्तिगत राय भी दिए. इसमें से एक प्रमुख मामला राजनीति से प्रेरित था. महिला आयोग के अध्यक्ष ने बड़े ही तीखे शब्दों में लिव इन रिलेशनशिप की आलोचना की और झूठी शिकायत करने वाली महिलाओं को लेकर भी बोला. उन्होंने समझाया की महिलाएं झूठी शिकायत ना (Balod Mahila Aayog Kiranmayi Nayak) करें.
जागरूकता अभियान की करेंगे शुरुआत :राज्य महिला आयोग के अध्यक्ष ने जानकारी देते हुए बताया कि '' बीते 2 वर्षों तक को रोना काल का साया रहा इस दौरान हमने भी किसी तरह का जागरूकता कार्यक्रम नहीं चलाया है. अब हमने मुख्यमंत्री के निर्देश पर पूरे प्रदेश में जागरूकता रथ की शुरुआत की है. इसे हम महतारी न्याय रथ का नाम दिए हुए हैं.''
महिलाएं ऑनलाइन कर सकती है शिकायत :आयोग ने जानकारी देते हुए बताया कि ''कई महिलाएं ऐसी रहती है जो कि घर से निकल नहीं पाते और उन्हें कई सारी दिक्कतें रहती है. तो उनके लिए हम ऑनलाइन माध्यम भी रखे हैं. व्हाट्सएप से भी शिकायत की सुविधा रखी गई है. ईमेल आईडी जारी किया है. जल्द ही हम एक मोबाइल एप लांच करने वाले हैं. जिसका संचालन राज्य महिला आयोग द्वारा किया जाएगा.''
झूठी शिकायतों पर भी रहती है नजर :छत्तीसगढ़ राज्य महिला आयोग के अध्यक्ष किरणमई नायक ने तीखे शब्दों में कहा कि झूठी शिकायत करने वाली महिलाओं पर भी आयोग की नजर रहती है. इसमें पुरुषों के साथ भेदभाव जैसा कोई व्यवहार नहीं किया जाता. उन्होंने कहा कि समाज में एक गंदी परिस्थिति निर्मित हो रही है वह है लिव इन रिलेशनशिप. यह पाश्चात्य सभ्यता है और जब विवाह का समय आता है तो लोग इसे सनातन संस्कृति के रूप में देखना चाहते हैं. और जब बात नहीं बनती तो इसे अवैध संबंध इलीगल रिलेशन ऐसे नाम दिए जाते हैं.''