बालोद: कांकेर के लोकसभा क्षेत्र के सांसद मोहन मंडावी ने हाथरस की घटना और प्रदेश के बलरामपुर की घटना के संदर्भ में प्रदेश के नगरीय निकाय मंत्री शिव डहरिया द्वारा दिए गए बयान को लेकर मंत्री डहरिया के इस्तीफे की मांग की हैं. उन्होंने कहा कि ऐसे मंत्री को इस्तीफा दे देना चाहिए. उन्होंने ये भी कहा कि उत्तर प्रदेश की घटना में हाय तौबा मचाने वाले कांग्रेस के मंत्री गण आखिर क्यों छत्तीसगढ़ की घटनाओं को लेकर चुप्पी साधे हुए हैं. मंडावी ने कहा कि उलजलूल बयान देकर कांग्रेस पर नारी अस्मिता को भंग करने की साजिश रचने का आरोप लगाया.
मोहन मंडावी ने शिव डहरिया का इस्तीफा मांगा पढ़ें:'छत्तीसगढ़ में मामले छिपा रही है सरकार, 9 महीने में 104 रेप केस, रिपोर्ट नहीं लिखने का अलिखित आदेश'
'बयानबाजी करने वाले इस्तीफा दें'
मोहन मंडावी यहीं नहीं रुके उन्होंने सरकार पर कई गंभीर आरोप लगाए. उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश जैसे भाजपा शासित राज्य में कोई घटना होती है तो यही कांग्रेसी हाय तौबा मचाती है और प्रदेश की घटना पर इस तरह की उलझनभरी बयानबाजी कर रही है. मंडावी ने कहा कि नारी को नारी होती है चाहे उत्तर प्रदेश की हो या फिर छत्तीसगढ़ की. साथ ही उन्होंने कहा कि इस तरह बयानबाजी करने वाले लोगों को इस्तीफा दे देना चाहिए और अपनी गलती छुपाने की बजाय यहां नारियों के सम्मान के लिए कोई ठोस कदम उठाने चाहिए.
शिव डहरिया के बयान के बाद बवाल
प्रदेश के बलरामपुर में हुए बलात्कार की घटना को लेकर नगरी निकाय मंत्री डहरिया का बयान काफी चर्चा में हैं. उन्होंने छत्तीसगढ़ में हुए बलात्कार की घटना को छोटी घटना बताई थी, वहीं उत्तर प्रदेश की घटना को लेकर कांग्रेस हाय तौबा मचा रही है, ऐसे में भारतीय जनता पार्टी लगातार उनके बयान का विरोध कर रही हैं. मोहन मंडावी ने भी तत्काल इस्तीफा देने की मांग की है, उन्होंने कहा ऐसे मंत्रियों को पद पर रहने का कोई अधिकार नहीं हैं.