बालोद: धान खरीदी केंद्रों से परिवहन के अभाव में क्षमता से अधिक धान रखा गया है, इसके कारण किसानों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. उपार्जन केंद्र में जगह नहीं होने के कारण किसानों को अब टोकन भी नहीं दिया जा रहा है. किसानों का कहना है, जल्द से जल्द अगर धान परिवहन हो जाए तो उनका धान समय रहते बिक जाएगा और उन्हें समर्थन मूल्य भी मिल जाएगा, लेकिन अगर धान का उठाव समय पर नहीं हुआ तो उन्हें काभी नुकसान उठाना पड़ सकता है.
खरीदी केंद्रों में रखा है क्षमता से अधिक धान, समय है कम और परिवहन है धीमा
लाटाबोड़ धान खरीदी केंद्र में इन दिनों क्षमता से अधिक धान रखा है. धान का उठाव नहीं होने और जगह नहीं होने के कारण किसानों को अब टोकन भी नहीं दिया जा रहा है.
लाटाबोड़ धान खरीदी केंद्रों में इन दिनों क्षमता से अधिक धान रखा है. केंद्र में धान संग्रहन की क्षमता लगभग 11 हजार क्विंटल है. जबकि केंद्र में 22 हजार क्विंटल धान रखा है.
इधर, समिति प्रबंधक ने बताया कि जगह के कारण और खरीदी को देखते हुए यहां का बंपर लिमिट बढ़ाया तो गया है, लेकिन परिवहन की कमी है, जिसके कारण धान अभी भी क्षमता से अधिक जमा है. यहां से उठाए जाने वाले धान को राइस मिल और संग्रहण केंद्रों तक ले जाया जा रहा है, लेकिन संग्रहण केंद्रों में ले जाए जाने वाले धान की मात्रा कम है, जिसके कारण स्टॉक जाम होने की स्थिति बन गई है.