बालोद: ग्राम पंचायत रजही के किसानों ने शासन प्रशासन के ऊपर फसल बीमा न देने का आरोप लगाया है. ग्रामीणों ने बताया कि हर साल उनके खाते से फसल बीमा का पैसा तो कटता है, लेकिन फसल बीमा का लाभ उन्हें (farmers angry due to non availability of crop insurance) नहीं मिलता. उन्होंने अपनी शिकायत कलेक्टर के पास लगाई. कलेक्टर के निर्देश पर तुरंत कृषि विभाग एक्टिव हुआ और मामले की जांच शुरू कर दी गई है.
फसल बीमा नहीं मिलने से किसानों में नाराजगी अब तक नहीं मिला लाभ:ग्राम के किसानों का कहना है कि प्रत्येक वर्ष उनके खाते से फसल बीमा के नाम पर राशि तो काटी जाती है लेकिन उसका लाभ उन्हें नहीं मिल पाता है. आज तक इसका लाभ उन्हें नहीं मिल पाया है. आखिर पैसा कहां जाता है? यदि हमारी फसलें खराब होती है तो वह भुगतान क्यों नहीं किया जाता है?
किसानों का कहना है कि ''यदि हम किसानों को फसल बीमा का लाभ नहीं दिया जाता है तो फिर हमारी राशि क्यों काट दी जाती है. यदि लाभ नहीं देना है तो राशि नहीं काटना चाहिए.'' किसानों में इस बात को लेकर काफी गुस्सा है. उन्होंने अपनी शिकायत कलेक्टर के पास दर्ज कराई है.
फसल बीमा के लिए जागरूकता: देश की आजादी की 75 वीं वर्षगांठ अमृत महोत्सव के उपलक्ष्य में फसल बीमा सप्ताह के तहत कुछ माह पूर्व सभी जिला मुख्यालयों से भी प्रचार प्रसार रथ रवाना किए गए थे. पूरे राज्य में भ्रमण कर इस रथ ने किसानों को फसल बीमा कराने के लिए जागरूक किया. प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के अंतर्गत किसान सिंचित व असिंचित धान, अरहर, मूंग, उड़द, मक्का और उद्यानिकी फसलों का बीमा करा सकते हैं.
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सिंचाई का कोई साधन नहीं: ग्रामीणों ने बताया कि सभी ग्रामवासी सूखे की समस्या से गुजर रहे हैं. मौसम की बेरुखी से हम सब को काफी दिक्कतें होती है. गांव में सिंचाई का कोई साधन भी नहीं है. हम शासन प्रशासन से बार बार फसल बीमा की राशि उपलब्ध कराने की मांग कर रहे हैं लेकिन हमारी उपेक्षा की जा रही है.
शून्य प्रतिशत शॉर्ट फॉल: बालोद जिले के कृषि विभाग के उपसंचालक नागेश्वर लाल पांडे ने बताया कि ''ग्राम राजही में फसल बीमा को लेकर शिकायत मिली थी. हमने जांच किया है. वहां पर फसल कटाई प्रयोग के परिणाम के आधार पर 0% शार्ट फॉल पाया गया है, जिससे दावा राशि की पात्रता नहीं बनती है.''