बालोद: रायगढ़ तहसीलदार वकील विवाद का असर बालोद में भी देखने को मिला है. रायगढ़ में ऑन ड्यूटी नायब तहसीलदार सहित लिपिक कर्मचारियों के साथ असामाजिक तत्वों के द्वारा गाली-गलौज और मारपीट की घटना से नाराज जिले के सभी तहसीलदार, नायब तहसीलदार, राजस्व पटवारी, राजस्व निरीक्षक सहित कोटवार धरने पर बैठ गए हैं.
बालोद में दिखा रायगढ़ तहसीलदार वकील विवाद का असर मारपीट की घटना को अंजाम देने वाले आरोपियो की गिरफ्तारी की मांग को लेकर आज से पूरे जिले के अधिकारी कर्मचारी संगठन न केवल लामबंद हो गए हैं बल्कि इनका अनिश्चितकालीन आंदोलन भी शुरू हो चुका है. छग कनिष्ठ प्रशासनिक सेवा संघ के बैनर तले जिले भर के नायब तहसीलदार, तहसीलदार और राजस्व विभाग के अधिकारी जिला मुख्यालय में धरने पर बैठे हुए हैं.
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घटना निंदनीय, जल्द हो गिरफ्तारी
इस विषय में ETV भारत से बालोद तहसीलदार परमेश्वर लाल मंडावी ने बताया कि 'जो घटना हुई है, वह निंदनीय है. इस पर हम कार्रवाई की मांग कर रहे हैं. जब तक पूरे मामले में कार्रवाई नहीं हो जाती. तब तक हम सब अनिश्चितकालीन धरने पर रहेंगे. राजस्व के सभी प्रमुख अधिकारी कर्मचारी धरने पर बैठ गए हैं. जिसके कारण विभागों में काम जैसे थम सा गया है. इससे आम जनता को काफी नुकसान उठाना पड़ सकता है. हड़ताल पर बैठे तहसीलदार, नायब तहसीलदार सहित लिपिक भृत्य कोटवारों ने मांग की है कि उक्त घटना के आरोपियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार किया जाए. जो अधिवक्ता इस मामले में लिप्त हैं, उनका लाइसेंस तत्काल निरस्त किया जाए. साथ ही प्रत्येक जगहों पर ऐसे न्यायालय परिसर में सुरक्षाबलों की तैनाती की भी मांग की जा रही है.
जारी रहेगा हड़ताल
तहसीलदारों का कहना है कि आज वे काम बंद कर प्रदर्शन करेंगे. उनकी मांग है कि दोषियों पर कार्रवाई हो. सभी राजस्व न्यायालयों में सुरक्षा के लिए गार्ड और मोहर्रिर की व्यवस्था की जाए. घटना दोबारा न हो इसका भी ध्यान रखा जाए. तलसीलदारों के हड़ताल का समर्थन पटवारी और आरआई संघ ने भी किया है. जब तक तहसीलदारों की मांगे पूरी नहीं होंगी उनका अनिश्चितकालीन हड़ताल जारी रहेगा. इस दौरान विभिन्न शासकीय विभाग में कार्यरत कर्मचारी संगठनों का भी सहयोग इनको मिल रहा है.
कार्यालयों में सभी काम ठप
तहसीलदार नायब तहसीलदार सहित राजस्व विभाग के सभी अधिकारी कर्मचारियों के हड़ताल में जाने से राजस्व कार्यालयों में सन्नाटा पसरा हुआ है. काम धाम ठप पड़े हुए हैं. हितग्राही यहां-वहां भटक रहे हैं. आगे यह हड़ताल कौन सा रंग लेता है. यह तो आने वाला समय बताएगा.