बालोद :भारतीय जनता युवा मोर्चा ( Bharatiya Janata Yuva Morcha balod) प्रदेश नेतृत्व के आह्वान पर बालोद जिला भारतीय जनता युवा मोर्चा ने बेरोजगारी के मुद्दे को लेकर एक दिवसीय धरना प्रदर्शन ( BJYM protest against unemployment in Balod) किया. भाजयुमो ने बालोद जिला कलेक्ट्रेट कार्यालय का घेराव किया. इस दौरान पुलिस और कार्यकर्ताओं के बीच जमकर झूमा झटकी हुई. वहीं कार्यकर्ता बैरिकेडिंग लांघने में असफल रहे. इसके बाद मुख्यमंत्री के नाम कलेक्टर को ज्ञापन (BJYM surrounded Balod Collectorate)सौंपा. इस लड़ाई में एक ओर जहां युवा आंदोलन को लेकर अडिग थे. वहीं दूसरी ओर भाजयुमो जिलाध्यक्ष ने युवाओं को यह कहकर रोक दिया कि लड़ाई प्रशासन के साथ नहीं है सरकार के साथ है. इसलिए गुस्सा यहां नहीं दिखाएं.
बालोद में भाजयुमो का बेरोजगारी को लेकर प्रदर्शन घोषणा पत्र को भूल गई सरकार :भारतीय जनता युवा मोर्चा के प्रदेश मंत्री एवं बालोद जिला संगठन प्रभारी गोपाल बिष्ट ने जानकारी देते हुए बताया कि '' घोषणापत्र मानो एक कागज का टुकड़ा कांग्रेस सरकार के लिए था. आज सरकार इस घोषणापत्र को पूरी तरह भूल गई है. जिस घोषणा पत्र के आधार पर इस सरकार यहां सत्ता में काबिज है वे उस घोषणा पत्र के अनुसार नहीं चल पा रही है. लाखों युवाओं ने सरकार पर उम्मीद कर उन्हें सत्ता में बिठाया था. परंतु यह सरकार अब झुनझुना वाली सरकार बन गई है.'' कलेक्टर घेराव के पूर्व यहां पर भारतीय जनता युवा मोर्चा के कार्यकर्ताओं ने मंचीय कार्यक्रम के माध्यम से सरकार को अपने वादों की याद दिलाई. इस दौरान प्रदेश कार्यसमिति सदस्य राजीव शर्मा ने कहा कि '' प्रदेश की यह झूठी सरकार है और यह पोस्टर वाली सरकार है. जब यहां सरकार वादे नहीं निभा सकती तो गोबर बीनने वाले को भी यह रोजगार का हिस्सा मानते हैं."
36 वायदों को लेकर प्रहार : धरना प्रदर्शन के दौरान भारतीय जनता पार्टी के नेताओं ने संबोधित करते हुए राज्य की कांग्रेस सरकार की चुनावी जन घोषणा पत्र में किए गए 36 वायदों को लेकर तीखे प्रहार किए. '' चुनाव से पूर्व कांग्रेस सरकार ने छत्तीसगढ़ की आम जनता से बड़े-बड़े लोक-लुभावनें वायदा किए थे, जो अब तक पूरे नहीं हुए हैं. उन्हीं वायदों में युवाओं के लिए भी घोषणाएं की गई थी,जिसमें युवाओं को रोजगार एवं शिक्षित बेरोजगारों को 2500 रुपए बेरोजगारी भत्ता देने की थी. जो कि युवाओं को अब तक नहीं मिल पाई है. राज्य की कांग्रेस सरकार बड़े-बड़े फ्लेक्स लगाकर पांच लाख युवाओं को रोजगार दिए जाने की बात करती है. वहीं छत्तीसगढ़ विधानसभा में लगभग 20 हजार युवाओं को नौकरी दिए जाने का आंकड़ा पेश करती है.'' भाजयुमो खेरथा के मंडल अध्यक्ष टुमन साहू ने इसे बैनर पोस्टर वाली सरकार बताया.