बालोद:छत्तीसगढ़ भाजपा प्रदेश प्रवक्ता और भाजयुमो के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अमित साहू ने कई मुद्दों पर राज्य सरकार को घेरा. उन्होंने कहा कि ''ईडी का छापा अधिकारियों के घर पड़ रहा है लेकिन कांग्रेसियों को पेट दर्द हो रहा है. छत्तीसगढ़ में इतने बड़े भ्रष्टाचार का खुलासा हुआ है, अब मुख्यमंत्री को इस्तीफा दे ही देना चाहिए.''
भ्रष्टाचार के रैकेट की खुली पोल:अमित साहू ने कहा कि ''नगद ज्वेलरी और भ्रष्टाचार के सारे सबूत मिलने के बाद भी कांग्रेस अधिकारियों की पैरवी कर रही है. यह छत्तीसगढ़ के लिए काला अध्याय (black chapter for chhattisgarh) है. छत्तीसगढ़ में सरकारी संरक्षण में भ्रष्टाचार की सारी सीमाएं लांघ दी गई है.''
छत्तीसगढ़ में कोयले पर अवैध वसूली:प्रदेश प्रवक्ता अमित साहू ने कहा कि ''यहां पर वरिष्ठ नौकरशाह व्यापारी राजनेता और बिचौलिए जुड़े हुए हैं. छत्तीसगढ़ राज्य में परिवहन किए गए प्रत्येक टन कोयले में 25 रुपए प्रत्येक टन की अवैध वसूली कर रहे हैं. प्रतिदिन दो से तीन करोड़ रुपए जबरन वसूले जा रहे हैं. हजारों करोड़ों रुपए वसूली कर गलत काम में इस्तेमाल किए जा रहे हैं.''
नियम बदलने का आरोप:प्रदेश प्रवक्ता अमित साहू ने कहा कि ''भ्रष्टाचार करने के लिए नियम बदल दिए गए. कोयले को खदानों से उपयोगकर्ताओं तक मैनुअल जारी करने के लिए e-permit की पूर्व ऑनलाइन प्रक्रिया को संशोधित कर दिया गया. इस संबंध में कोई sop या प्रक्रिया नहीं की गई. 15 जुलाई 2022 से बिना किसी sop के 30,000 से अधिक एनओसी जारी किए गए हैं.''
मुख्यमंत्री को आश्चर्य नहीं:अमित साहू ने यह भी कहा कि '' राशि एवं जांच के दौरान लक्ष्मीकांत तिवारी के पास से डेढ़ करोड़ रुपए नगद बरामद किया गया. उसने स्वीकार किया कि वह रोजाना 1 से 2 करोड़ रुपए की वसूली जबरन किया करता था. जिन अधिकारियों की शिकायत को आधार बनाकर मुख्यमंत्री ने ईडी पर कार्रवाई की बात की है, उनके घर से बेहिसाब नगदी और सोने के आभूषण मिले हैं लेकिन मुख्यमंत्री को इतने अवैध सामान मिलने के बाद भी जरा सा आश्चर्य नहीं है. अब कांग्रेस क्या लक्ष्मीकांत तिवारी, रानू साहू और सौम्या चौरसिया के भरोसे पर राजनीति करेगी.''
अमित ने पूछे 5 सवाल:प्रदेश प्रवक्ता अमित साहू ने मुख्यमंत्री और कांग्रेस सरकार से 5 सवाल पूछे हैं. उन्होंने कहा कि ईडी के प्रेस नोट में विस्तार से भ्रष्टाचार की प्रक्रिया, जप्त की गई बेहिसाब राशि, आभूषण, नकदी की जानकारी के बाद मुख्यमंत्री इस्तीफा कब देंगे? भ्रष्टाचार के खिलाफ चल रही लड़ाई में बाधा बनने के लिए क्या मुख्यमंत्री जी जनता से माफी मांगेंगे? क्या कांग्रेस सरकार अब यह बताएगी कि अधिकारियों राजनेताओं व्यापारियों का भ्रष्टाचार रैकेट दस जनपथ दिल्ली में कितने रुपए पहुंचा रहा है? अधिकारियों के घर से नकदी आभूषण और अनेक बेहिसाब चीजें मिलने के बाद भी अब तक उन पर निलंबन की कार्रवाई क्यों नहीं हुई है? जो लोग सरकारी पदों पर या सरकार द्वारा मनोनीत हैं और जिन पर जांच हुई है उन्हें तत्काल प्रभाव से हटाया क्यों नहीं गया?
कांग्रेस अध्यक्ष चुनाव पर तंज:प्रदेश प्रवक्ता अमित साहू ने कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष के चुनाव पर तंज कसते हुए कहा है कि ''अब शायद मां बेटे को लगता होगा कि यहां पर अब उनकी दाल रोटी खत्म होने को है. शायद इसीलिए अब ऑक्सीजन देने के उद्देश्य से यह चुनाव कराया जा रहा है.''