बालोद:पुलिस की ओर से मुस्कान योजना के तहत काफी सतर्कता से काम किया जा रहा है. मुस्काम योजना के तहत हजारों लोगों के चेहरे पर पुलिस फिर से मुस्कान लौटा रही है.
मुस्कान योजना के तहत खोए हुए लोगों को ढूंढ रही है बालोद पुलिस कुछ लोग ऐसे होते हैं जो किन्हीं कारणों से अपने परिवारों से दूर हो जाते हैं, जिनकी रिपोर्ट थाने तक जब पहुंचती है, तो पुलिस उस केस को मुस्कान योजना में शामिल कर देती है. इस अभियान के तहत पुलिस की ओर से बीते 15 दिनों के अंदर 24 परिवारों को उनका खोया हुआ सदस्य वापस लौटाया गया है. इनमें ज्यादातर संख्या लड़कियों की है. बीते 15 दिनों में 19 महिलाएं 2 लड़के 2 लड़कियां और 1 पुरुष को उनके परिवारों तक सकुशल पहुंचाया गया है.
दूसरे राज्यों के लोगों को भी पहुंचाया जा रहा है घर
पुलिस की ओर से उत्तरप्रदेश के मिर्जापुर से भी लड़कियों को वापस उनके घरों तक पहुंचाया गया है. यह लड़कियां नाबालिग है. अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ने बताया कि मुस्कान अभियान का मुख्य उद्देश्य बच्चों को उनका बचपन लौटाना है. उन्होंने बताया कि प्रदेश के दूसरे जिलों में भी जाकर बच्चों को वापस उनके परिवारों तक पहुंचाया गया है. साथ ही दूसरे राज्यों जैसे उत्तर प्रदेश और महाराष्ट्र के लोगों को भी वापस सुरक्षित उनके घरों तक पहुंचाया गया है.
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अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक डीआर पोर्ते ने बताया कि मुस्कान योजना के तहत जो बातें ज्यादातर निकलकर आती हैं, उसमें अपहरण और बहला-फुसलाकर बाहर ले जाने जैसे तथ्य हैं. अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक पोर्ते ने बच्चों के पेरेंट्स को संदेश दिया है कि वे अपने बच्चों पर ध्यान दें और उनकी बदली हुई हरकतों पर नजर बनाए रखें. साथ ही अगर किसी भी बच्चे को मोबाइल दिया जाता है तो वह किन-किन लोगों से बात कर रहे हैं इन सब का भी ध्यान रखें. ताकि बच्चों को गलत रास्ते में जाने से रोक जा सकें.