बालोद:कोरोना संकट को देखते हुए छत्तीसगढ़ माध्यमिक शिक्षा मंडल ने बड़ा फैसला लिया है. कोरोना के मद्देनजर छत्तीसगढ़ में कक्षा 10वीं और कक्षा 12वीं के विद्यार्थियों के पाठ्यक्रम और मूल्यांकन संबंधी विशेष व्यवस्था की गई है. बालोद जिले में इसकी व्यवस्था करने में शिक्षा विभाग जुट गया है. जिला शिक्षा अधिकारी ने बताया कि छत्तीसगढ़ माध्यमिक शिक्षा मंडल ने नई व्यवस्था लागू करते हुए 10वीं-12वीं के सिलेबस में 30 से 40 प्रतिशत तक कटौती कर दी है. इस व्यवस्था से हर विद्यार्थी की पढ़ाई का मूल्यांकन हो सकेगा और कमजोर विद्यार्थियों की पढ़ाई पर विशेष ध्यान दिया जाएगा. यह व्यवस्था सितंबर से लागू की गई है.
जिला शिक्षा अधिकारी आर. एल. ठाकुर ने बताया कि सभी प्राचार्यों को नई व्यवस्था को लेकर निर्देशित किया गया है. जिसके तहत माध्यमिक शिक्षा मंडल की गाइडलाइन के हिसाब से अध्ययन शुरू करा दिया गया है. कोरोना के कारण सितंबर से कक्षाएं लगनी शुरू हुई हैं. जाहिर सी बात है काफी देर हो चुकी है. शिक्षा अधिकारी ने कहा कि अब छात्र-छात्राओं को भी काफी ध्यान देने की जरुरत है, क्योंकि आंतरिक मूल्यांकन भी शिक्षा विभाग के माध्यम से ही किया जा रहा है. उसकी एंट्री भी की जाएगी और इस एंट्री के अध्ययन के आधार पर रिजल्ट भी घोषित किया जाएगा. जिसकी वजह से आंतरिक मूल्यांकन छात्र-छात्राओं के लिए बहुत अनिवार्य हो सकता है. इसलिए सभी छात्र-छात्राओं को अपनी पढ़ाई पर ज्यादा ध्यान देने की जरुरत है.
ऑनलाइन संचालित होगी कक्षाएं
आने वाले वक्त में कक्षाओं को भी ऑनलाइन संचालित किए जाने का निर्णय किया गया है. स्कूलों को 10वीं-12वीं के लिए क्लास टीचर नियुक्त करना होगा. क्लास टीचर के माध्यम से व्हाट्सएप ग्रुप बनाया जाएगा. इस ग्रुप में क्लास के सभी बच्चों को जोड़ा जाएगा. क्लास टीचर को विद्यार्थियों से व्हाट्सएप ग्रुप के माध्यम से लगातार संपर्क में रहना होगा. क्लास टीचर अपने-अपने व्हाट्सएप ग्रुप के सभी विद्यार्थियों को विषय से संबंधित कठिन अवधारणाएं विद्यार्थियों को प्रेषित करेंगे और उनकी कठिनाइयों को दूर करेंगे.
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