बलरामपुर:छठ पूजा हर साल कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की षष्ठी तिथि को होती है. दिवाली के बाद छठ पूजा हिंदुओं का बड़ा त्योहार है. इस व्रत को छठ पूजा, सूर्य षष्ठी पूजा और डाला छठ के नाम से भी जाना जाता है. इस बार छठ पूजा 18 नवंबर को नहाय-खाय शुरू हो चुका है. आज छठ का दूसरा दिन खरना मनाया जा रहा है. बलरामपुर में भी छठ पूजा के लिए बाजार सज चुके हैं. लोग खरीदारी करने के लिए बाजारों में निकल रहे हैं.
छठ पूजा के लिए सजे बाजार
जिले के शंकरगढ़ और राजपुर समेत सभी इलाकों में बाजार गुलजार हैं. यहां पर व्रती को छठ पूजा संबंधित सभी सामान मिल रहे हैं. छठ पर्व के आयोजन होने पर व्यापारी भी बहुत खुश हैं. वहीं शासन-प्रशासन भी लोगों से कोरोना गाइडलाइन का पालन करने की अपील कर रहा है.
आज दूसरा दिन खरना
खरना का अर्थ शुद्धिकरण से है. छठ का व्रत करने वाले व्रती नहाय-खाय के दिन केवल एक ही समय भोजन ग्रहण करते हैं, ताकि शरीर से लेकर मन तक की शुद्धि हो सके. इसकी पूर्णता अगले दिन यानी खरना वाले दिन होती है.
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