सरगुजा/बलरामपुर: सरगुजा के सामरी सीट से कांग्रेस के विधायक चिंतामणि महाराज ने बगावती तेवर दिखाए हैं. छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने उनका टिकट काट दिया. उनकी जगह पर विजय पैकरा को कांग्रेस ने सामरी से टिकट दिया है. जिसके बाद से चिंतामणि महाराज ने बगावती सुर अपना लिया है. रविवार को चिंतामणि महाराज ने बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा कि अगर बीजेपी उन्हें अंबिकापुर सीट से बीजेपी उन्हें सिंहदेव के खिलाफ मैदान में उतारेगी तो वह बीजेपी में शामिल होने के बारे में सोच सकते हैं.
चिंतामणि महाराज ने बीजेपी के सामने रखी शर्त: सामरी से कांग्रेस नेता और विधायक चिंतामणि महाराज ने बीजेपी के सामने बड़ी शर्त रख दी है. उन्होंने कहा कि मैं डिप्टी सीएम टीएस सिंहदेव के खिलाफ चुनाव लड़ना चाहता हूं. अगर बीजेपी मुझे अंबिकापुर से बीजेपी टीएस सिंहदेव के खिलाफ टिकट देने पर विचार करती है तो मैं बीजेपी ज्वाइन कर सकता हूं. चिंतामणि महाराज यहीं नहीं रुके. उन्होंने दावा किया है अगले लोकसभा चनाव में बीजेपी उन्हें टिकट देने को तैयार है.
बृजमोहन अग्रवाल और विष्णुदेव साय से मिले चिंतामणि महाराज: चिंतामणि महाराज ने बीजेपी के वरिष्ठ नेता बृजमोहन अग्रवाल और छत्तीसगढ़ बीजेपी के पूर्व अध्यक्ष विष्णुदेव साय से मुलाकात की है. रविवार को बलरामपुर के कुसमी में एक धार्मिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया. वहां तीनों नेताओं की मुलाकात हुई है. यहां धार्मिक अनुष्ठान किया गया. लेकिन इस धार्मिक आयोजन में सियासी रंग देखने को मिला. कांग्रेस पार्टी के मौजूदा विधायक और बीजेपी नेताओं के बीच हुई इस चर्चा से छत्तीसगढ़ में सियासी घमासान बढ़ गया है.
"मुझे बीजेपी ने 2024 के लोकसभा चुनाव में उतरने के लिए कहा है. लेकिन मैने अगले महीने अंबिकापुर से विधानसभा चुनाव लड़ने की शर्त रखी है. बीजेपी नेताओं ने कहा कि अगर आप अभी बीजेपी में शामिल हो जाएं तो अच्छा रहेगा. इस पर मैंने अंबिकापुर से विधानसभा टिकट दिए जाने की शर्त बीजेपी के सामने रखी है.बीजेपी ने यह भी कहा कि अंबिकापुर से चुनाव लड़ने की तैयारी कर रहे नेता नाराज हो जाएंगे. इसलिए हम आपको लोकसभा चुनाव लड़ाने की सोच रहे हैं": चिंतामणि महाराज, विधायक कांग्रेस