सरगुजा: स्वास्थ्य और ग्रामीण विकास मंत्री टीएस सिंहदेव ने शिक्षा विभाग को अपने खराब बेसिक एजुकेशन सिस्टम को सुधारने की सलाह दी है. सिंहदेव ने कहा कि कांग्रेस सरकार ने सत्ता में आने से पहले अपने जन घोषणा पत्र में भी जनता से प्रदेश की बेसिक एजुकेशन सिस्टम में सुधार लाने का वादा किया था और इसी दिशा में अब उन्हें काम करना है.
सिंहदेव की अपने साथी को सलाह, 'बेसिक एजुकेशन सिस्टम सुधारने पर दें जोर'
सिंहदेव की शिक्षा विभाग को सलाह देते हुए शिक्षा विभाग को समर क्लासेस के बजाए बेसिक एजुकेशन सिस्टम में सुधार करने की बात कही.
बेसिक एजुकेशन में होना चाहिए सुधार
उन्होंने कहा की हमारे प्रदेश में बच्चे को 5 वर्ष की उम्र तक बेसिक एजुकेशन सही नहीं मिलती है, आंगनबाड़ी केंद्रों में मामूली से एल्फाबेट के चार्ट लगाकर बच्चों को विद्वान नहीं बनाया जा सकता. सरकारी स्कूल में पढ़ने वाला बच्चा 5 वर्ष तक कुछ नहीं सीखता और अचानक 6 वर्ष की उम्र में उसका दाखिला पहली कक्षा में करा दिया जाता है. लिहाजा बेसिक एजुकेशन सिस्टम को दुरुस्त करने से ही इस समस्या का समाधान हो सकता है.
समर क्लास लगाने की जरूरत नहीं
उन्होंने बताया कि अंतरराष्ट्रीय स्तर के वैज्ञानिकों का मानना है कि बच्चों का अधिकतर बौद्धिक विकास 5 वर्ष की उम्र तक होता है. इस उम्र में वो बहुत तेजी से सीखते हैं, लेकिन दुर्भाग्य यह है की यहां के बच्चों की असल शिक्षा ही 5 वर्ष की उम्र के बाद शुरू होती है. बहरहाल मंत्री टी एस सिंहदेव भले ही शिक्षा विभाग के मंत्री न हों लेकिन उन्होंने शिक्षा की बदहाली की सही नब्ज पकड़ी है और अपने दल के मंत्री को इसे अमली जामा पहनाने की नसीहत दे रहे हैं. उन्होंने कहा कि अगर बेसिक एजुकेशन सिस्टम को दुरुस्त कर लिया जाए तो समर क्लास लगाने की नौबत ही नहीं आयेगी.