Surguja Heavy Rain: सरगुजा का सूखा दूर कर पाएगी मानसून वापसी से पहले की बारिश !
Surguja Heavy Rain सरगुजा में अब तक पूरे मानसून सीजन में 16.6 मिलीमीटर बारिश रिकॉर्ड हुई है. जबकि अब तक जिले में 41.8 मिलीमीटर बारिश हो जानी चाहिए. बीते 3 दिनों से संभाग में लगातार बारिश हो रही है. जिससे उम्मीद जताई जा रही है कि सरगुजा का सूखा कुछ हद तक कम हो सकता है.
सरगुजा: बीते 3 दिन से सरगुजा में भारी बारिश ने जनजीवन अस्त व्यस्त कर दिया है. रुक रुककर पूरे दिन बारिश हो रही है. मौसम विभाग ने रविवार से सोमवार के बीच 24 घंटे में 36.7 मिलीमीटर बारिश दर्ज की है. मंगलवार को सुबह 8: 30 से रात 8:30 बजे तक महज 12 घंटों में ही 36 मिलीमीटर बारिश रिकॉर्ड की गई. मौसम विभाग ने प्रेशर के प्रभाव से बुधवार तक बारिश होने और कुछ स्थानों पर भारी बारिश होने की चेतावनी जारी की है.
लौटने के दौरान मानसून मेहरबान:छत्तीसगढ़ मौसम विभाग के अनुसार मानसून की वापसी शुरू हो गई है. मौसम विभाग ने 10 अक्टूबर तक मानसून लौटने की संभावना जताई है. इस बीच सरगुजा में अच्छी बारिश हो रही है. पिछले तीन दिनों से सरगुजा में बारिश से मौसम खुशनुमा हो गया है. मौसम विज्ञानी अक्षय मोहन भट्ट ने बताया कि बंगाल की खाड़ी में सक्रिय अवदाब के प्रभाव से मौसम में बदलाव आया. जिससे रविवार से आसमान पर घने बादल छाए हैं जिससे बारिश हो रही है.
बारिश से गिरा सालों पुराना पेड़: सीतापुर में भारी बारिश का असर देखने को मिल रहा है. बारिश ने जन जीवन को प्रभावित कर दिया है. लगातर तीन दिनों से हो रही बारिश के कारण मंगलवार को एक बड़ा पेड़ गिर गया. इस घटना में एक मंदिर टूट गया जबकि एक मकान को भी नुकसान पहुंचा है. गुतुरमा गांव में चांदनी चौक के पास भी एक पेड़ गिर गया. पेड़ बहुत पुराना था और खोखला हो चुका था. जिससे लगातार हो रही बारिश से वह टूटकर नीचे मंदिर पर गिर गया. जिससे मंदिर टूटकर पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया है. पेड़ की चपेट में आने से एक घर को भी नुकसान हुआ है. गनीमत रही कि घटना के दौरान कोई मौजूद नहीं था.
इस बार सरगुजा में देर से आने के बाद मानसून लगातार डिस्टर्ब रहा. जून के अंतिम सप्ताह में अच्छी बारिश होने के बाद जुलाई में मामूली बारिश हुई. जिसके कारण खरीफ फसलों की बुआई का काम पूरा हुआ. इस दौरान कई बार लम्बे अंतराल तक बारिश नहीं होने के कारण फसलों को विपरीत स्थिति का भी सामना करना पड़ा. इस दौरान बंगाल की खाड़ी में एक के बाद एक कई ताकतवर सिस्टम सक्रिय हुए, लेकिन सभी सरगुजा को छोड़कर पश्चिम छत्तीसगढ़ एव सुदूर राज्यों में जमकर बरसे. इस बार सावन में भी बारिश की झड़ी नहीं लगी. भादो भी बिना बारिश के बीत गया. जिससे सरगुजा संभाग में सूखे के हालात बन गए.