सरगुजा:जिले में हुई लगातार भारी बारिश से जनजीवन प्रभावित हो गया है. इसकी वजह से नदी-नाले उफान पर है. कई जगहों पर लैंड स्लाइडिंग की घटना भी हुई है. मैनपाट के बाद अब बतौली क्षेत्र से भी लैंड स्लाइडिंग हुई है, साथ ही बारिश ने प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना (PMGSY) के सड़कों की पोल भी खोल दी है.
भारी बारिश के कारण सेदम के गोविंदपुर सेमरिया मार्ग की सड़क धंस गई है और सड़क पर कई जगह दरारें पड़ गई है. जिसके बाद मार्ग में आवागमन बाधित हो गया है. हैरानी की बात तो ये है कि आवगमन बाधित होने के बावजूद भी विभाग के जिम्मेदार अधिकरी दो दिन बाद भी सड़क की मरम्मत की ओर ध्यान नहीं दे रहे हैं. जिससे दुर्घटना की आशंका बनी रहती है.
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15 से 20 मीटर की दूरी तक दरारें
मैनपाट से लगे बतौली विकासखंड के सेदम भंडार से ग्राम पंचायत छिपरकाया के मूरताडांड मार्ग में प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना (PMGSY) के तहत सड़क का निर्माण कराया गया है. सड़क से मुरताडांड, सरई डांड, बागपानी, चुटिया पहरि सहित अन्य गांव जुड़ती है, लेकिन बताया जा रहा है कि दो दिनों पहले हुई मूसलाधार बारिश के कारण PMGSY की सड़क सेमरिया गोविंदपुर के पास धंस गई है. सड़क पर 15 से 20 मीटर की दूरी तक दरारें पड़ गई है, जो बेहद खतरनाक है.
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बारिश से पहले हुआ था लाखों का मरम्मत कार्य
ग्रामीणों का कहना है कि हर साल बारिश में यह सड़क धंस जाती है. बारिश से पहले विभाग ने लाखों रुपये की लागत से सड़क पर मरम्मत और सुधार कार्य कराया था, लेकिन इस बारिश में ही यह सड़क धंस गई. इस बीच विभाग की लापरवाही भी देखने को मिल रही है. सड़क क्षतिग्रस्त हुए दो दिन का समय बीत चुका है और मौसम भी साफ हो गया है, लेकिन विभाग ने सड़क मरम्मत अब तक नहीं कराया है.
अतिसंवेदनशील इलाकों में आती है गिनती
पहाड़ी क्षेत्र होने के साथ ही जिस स्थान पर सड़क क्षतिग्रस्त हुई है. वहां नीचे दस फीट दलदल है और बाक्साइड मिट्टी है. ऐसे में हर साल यह सड़क धंस जाती है. सबसे बड़ी बात तो यह है कि ये सभी गांव उल्टी दस्त को लेकर अतिसंवेदनशील इलाकों की गिनती में आते है और हर साल बारिश में बीमारी के मामले सामने आते है.
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चार पहिया वाहनों की आवाजाही प्रभावित
वर्तमान में सड़क धंसने से मार्ग पर चारपहिया वाहनों का आवागमन बाधित हो चुका है, लेकिन दो पहिया वाहन खतरे के बीच आवागमन कर रहे हैं. ऐसे में यदि सड़क और क्षतिग्रस्त होती है तो निश्चित रुप से मार्ग पर आवागमन पूर्ण रूप से बाधित हो जाएगा और इसका खामियाजा क्षेत्र की जनता को भुगतना पड़ेगा.
सड़क हर साल टूटती है और हर साल होता है सुधार
सब इंजीनियर संजय प्रसाद ने कहा है की सड़क टूटने की जानकारी मिली है. जमीन के नीचे दलदल होने के कारण लैंड स्लाइडिंग के कारण सड़क धंसी है. सड़क हर साल टूटती है और सुधार कराया जाता है.