सरगुजा:केंद्रीय राज्य मंत्री रेणुका सिंह ने छत्तीसगढ़ सरकार पर जमकर निशाना साधा है. उन्होंने कई मुद्दों पर बघेल सरकार को घेरा है. रेणुका ने कहा कि छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री का अपनी जुबान पर कंट्रोल नहीं है. कांग्रेस की सरकार किसानों को भड़काने का काम कर रही है. कृषि कानूनों की गलत जानकारी दे रही है. सरोज पांडे पर किए गए टिप्पणी को लेकर उन्होंने कहा कि, 'मैं सोनिया गांधी जी से अपील करूंगी की वो भूपेश बघेल को सिखाये की महिलाओं के लिए किस तरह की भाषा का इस्तेमाल करते हैं.' साथ ही उन्होंने महिला एवं बाल विकास आयोग की अध्यक्ष किरणमयी नायक को लिव इन रिलेशनशिप वाले बयान पर घेरा है.
कृषि कानून को लेकर रेणुका सिंह ने कहा कि, प्रधानमंत्री कभी ऐसी कोई गलती नहीं करेंगे जिससे किसान और आम लोगों को नुकसान हो. पहले भी जितने संशोधन किए गए उनमें भी ये बोला गया कि नुकसान होगा पर कुछ नहीं हुआ. इस देश के किसानों को चिंता करने की जरूरत नहीं है. उन्होंने कहा कि हमारी सरकार ने जो कानून बनाए हैं. उस पर किसान विश्वास करें, उसे पढ़ें. उन्होंने कहा कि विपक्ष के नेता भोले-भाले किसानों को भड़का रहे हैं और आंदोलन करा रहे हैं. सरकार तो किसानों को बात करने के लिए आमंत्रित कर रही है, लेकिन कानून वापस नहीं होगा.
रेणुका सिंह ने कहा कि भारत कृषि प्रधान देश है. यहां करीब 14 करोड़ लोग कृषि कार्य करते हैं. 2014 में जब देश में पहली बार नरेंद्र मोदी प्रधानमंत्री बने, तब उन्होंने कहा कि कि मेरी सरकार गरीबों के लिए काम करेगी. किसानों की माली हालत को देखते हुए स्वामीनाथन कमेटी की रिपोर्ट बनाई गई. रिपोर्ट के मुताबिक किसानों की आत्महत्या का कारण कर्ज बताया गया. फसल के नुकसान होने पर कर्ज न चुका पाना बड़ी समस्या थी. केंद्र की सरकार किसानों की इसी परेशानी को दूर करने की कोशिशों में लगी हुई है.
कार्यक्रम में नहीं आने को लेकर दिया बयान
अंबिकापुर में मुख्यमंत्री के कार्यक्रम में नहीं आने के सवाल पर उन्होंने कहा किप्रदेश में राज्यपाल और मुख्यमंत्री के बाद मेरा प्रोटोकॉल तीसरे नंबर का है. इसका ख्याल इन्हें नहीं रहता. प्रदेश की सरकार लोकतंत्र को खत्म कर रही है. उन्होंने कहा कि अंबिकापुर के कार्यक्रम में मुझे आमंत्रित नहीं किया गया था इसलिए मैं नहीं गई. सिर्फ कार्ड में मेरा नाम छाप देने से मैं कहीं भी नहीं जा सकती.