सरगुजा की बेटियों पर गर्व है,नेशनल गेम्स में दिखाएंगी जलवा,किसी के पिता अंडा बेच रहे तो कोई मजदूर
Proud daughters of Surguja सरगुजा के 5 बास्केटबॉल खिलाड़ियों का नेशनल स्कूल गेम्स में चयन हुआ है. खास बात यह है कि ये बच्चे कम संसाधनों में ही बास्केटबॉल खेलना सीखे हैं. अब ये बच्चे दूसरे राज्यों में नेशनल खेल कर प्रदेश का नाम रोशन करेंगे.Egg seller Laborers daughter
सरगुजा:नेशनल स्कूल गेम की बास्केटबॉल प्रतियोगिता के लिए सरगुजा के पांच खिलाड़ियों का चयन हुआ है. सेलेक्ट हुए खिलाड़ियों में से एक खिलाड़ी राजस्थान के बाड़मेर में आयोजित प्रतियोगिता में हिस्सा लेंगे, जबकि चार बच्चे राजनांदगांव में आयोजित राष्ट्रीय प्रतियोगिता में अपनी प्रतिभा का जौहर दिखाएंगे.
सीमित संसाधनों में खेल रहे सभी बच्चे: खास बात यह है कि ये बच्चे बेहद सीमित संसाधनों में खेलकर इस मुकाम पर पहुंचे हैं. कई बच्चों के परिजनों ने मजदूरी कर बच्चों को इस काबिल बनाया है. जिले के आदिवासी परिवार की दो बच्चियां नेशनल खेलने जा रही हैं, उनके पैरेंट्स मजदूरी करते हैं. एक बच्ची के पिता अंडा बेचकर परिवार चलाते हैं.
अलग अलग राज्यों में हो रही प्रतियोगिता: दरअसल, 67वीं राष्ट्रीय शालेय क्रीड़ा बास्केटबॉल प्रतियोगिता का आयोजन अलग-अलग राज्यों में किया जा रहा है. राष्ट्रीय प्रतियोगिता के तहत सब जूनियर वर्ग की एक प्रतियोगिता 8 से 13 जनवरी तक राजस्थान के बाड़मेर में आयोजित की जा रही है. 4 से 7 जनवरी तक सब जूनियर और जूनियर वर्ग की प्रतियोगिता राजनांदगांव में होगी. इस प्रतियोगिता में सरगुजा के पांच बास्केटबॉल खिलाड़ियों का चयन किया गया है.
इन बच्चों का हुआ चयन: प्रतियोगिता में अथर्व प्रताप सिंह, श्रेयांस सोनी, कुमारी अंकिता गुप्ता का चयन सब जूनियर वर्ग के लिए और कुमारी ईलीसिबा तिर्की का चयन जूनियर वर्ग में किया गया है.चयनित चारों खिलाड़ी राजनांदगांव में 4 जनवरी से होने वाले राष्ट्रीय शालेय क्रीड़ा प्रतियोगिता में खेलेंगे. जबकि कुमारी सीमा नगेशिया का चयन सब जूनियर वर्ग में किया गया है, जो राजस्थान के बाड़मेर में 8 जनवरी से शुरू होने वाली राष्ट्रीय प्रतियोगिता में हिस्सा लेंगी.
बास्केटबाॅल खेल का सीमित संसाधनों में ही सरगुजा जिला का नाम राष्ट्रीय स्तर पर अंकित हो रहा है. बड़ी बात है कि ईलीसिबा तिर्की और कुमारी सीमा मजदूर परिवार की बच्चियां हैं. इन्होंने राष्ट्रीय प्रतियोगिता में छत्तीसगढ़ टीम का प्रतिनिधित्व करते हुए यह साबित किया है कि प्रतिभा के सामने कोई भी मजबूरी आड़े नहीं आ सकती है. -राजेश प्रताप सिंह, बास्केटबॉल कोच
बास्केटबॉल खिलाड़ी अंकिता के पिता अंडा बेचकर परिवार चलाते हैं. अंकिता ने इससे पहले छत्तीसगढ़ सब जूनियर बास्केटबॉल टीम का प्रतिनिधित्व कर गोल्ड मेडल जीत कर सरगुजा का मान बढ़ाया है. अथर्व प्रताप सिंह ने बास्केटबॉल में उत्कृष्ट प्रदर्शन करते हुए चार नेशनल खेलते हुए ओडिशा में गोल्ड मेडल और सीबीएसई नेशनल में सिल्वर मेडल जीतकर सरगुजा जिला का परचम लहराया. श्रेयांस सोनी दूसरी बार नेशनल मैच खेलने जा रहे हैं. ये सभी नेशनल के लिए सिलेक्ट हुए हैं. फिलहाल सभी खिलाड़ी प्रतियोगिता की तैयारी में जुटे हुए हैं.