सरगुजा:सिंगल यूज प्लास्टिक के खिलाफ देशभर में अभियान चलाए जा रहे हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी प्लास्टिक के उपयोग पर नियंत्रण करने का आह्वान किया है. अंबिकापुर के होली क्रॉस स्कूल के स्टूडेंट्स बीते 2 वर्षों से कुछ ऐसा कर रहे हैं जो वाकई इस मुहिम में बड़ा असर ला सकता है.
इस स्कूल के स्टूडेंट्स अपने क्लास टीचर से प्रेरणा लेकर बीते 2 वर्षों से प्लास्टिक के सभी सामान जो उन्हें सड़क पर पड़ी हुई दिखती है उसे उठाकर रख लेते हैं और फिर अपनी क्लास में रखे बड़े डस्टबिन में उस प्लास्टिक को जमा करते हैं.
सालभर जमा करते हैं प्लास्टिक वेस्ट
स्टूडेंट्स पूरे एक साल तक प्लास्टिक के रैपर और दूसरे कचरे को डस्टबिन में जमा करते हैं और क्रिसमस के मौके पर खाद्य सामग्री बनाने वाली कंपनियों को उन्हीं के खाली रैपर बतौर गिफ्ट पैक करके वापस भेजते हैं.
सामग्री बनाने वाली कंपनियों को वापस भेजते हैं रैपर
इतना ही नहीं इस क्रिसमस गिफ्ट के साथ स्टूडेंट्स कुछ पत्र भी खाद्य सामग्री निर्माता कंपनियों को भेजते हैं. जिसमें स्टूडेंट्स अपनी अलग-अलग भावनाएं लिखते हैं और खाद्य निर्माता कंपनियों से पूछते हैं कि, 'आपका खाद्य पदार्थ तो बहुत अच्छा था, लेकिन इन प्लास्टिक के रैपर का हम क्या करें यह हमारे पर्यावरण को नुकसान पहुंचाते हैं.'