सरगुजा : रूस-यूक्रेन के बीच युद्ध की संभावना की खबर से दुनिया भर के लोगों में खौफ है. वहीं यूक्रेन में रहकर पढ़ाई कर रहे भारतीय छात्रों के परिजनों को अपने बच्चों की चिंता सता रही है. छत्तीसगढ़ के बलरामपुर जिला स्थित कुसमी नगर के दो (medical students from chhattisgarh trapped in ukraine ) छात्र यूक्रेन में फंसे हैं. छात्र रविकांत्र मैत्री और शुभाशीष मिश्रा यूक्रेन में रहकर एमबीबीएस की पढ़ाई कर रहे हैं. यूक्रेन में युद्ध के हालात देखकर उनके माता-पिता ने दोनों बच्चों को सुरक्षित लाने के लिए राज्य और केन्द्र सरकार से अपील की है. उन्होंने सरकार से अपील की है कि उनके बच्चों के साथ-साथ भारत के सभी छात्र-छात्राओं को सुरक्षित देश में लाया जाए.
रूस-यूक्रेन में युद्ध की संभावना से बच्चों के परिजन परेशान
छात्र रविकांत्र मैत्री साल 2019 से यूक्रेन में रहकर एमबीबीएस की पढ़ाई कर रहे हैं. अब रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध की संभावना से उनके माता-पिता परेशान हो गये हैं. उनके पिता परमेश्वर मैत्री और माता सहित परिवार के सभी सदस्यों ने सरकार से उन्हें सुरक्षित वापस लाने की अपील की है. वहीं शुभाशीष मिश्रा बीते अक्टूबर से यूक्रेन में एमबीबीएस की पढ़ाई कर रहे हैं. उनके पिता परमेश्वर मिश्रा और माता सहित परिवार के सभी सदस्य इस खबर से परेशान हैं. उनलोगों ने सरकार से बच्चों को सुरक्षित स्वदेश लाने की अपील की है.
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देश में एडमिशन नहीं मिलने और ज्यादा खर्च के कारण बेटे को भेजा था यूक्रेन : परमेश्वर
छात्र शुभाशीष मिश्रा के पिता परमेश्वर मिश्रा ने बताया कि देश में एडमिशन न मिल पाने और पढ़ाई में ज्यादा खर्च के कारण उन्होंने बेटे को यूक्रेन पढ़ने भेजा था. ताकि वह पढ़ाई पूरी कर यहां आकर इस आदिवासी अंचल के लोगों की सेवा कर सके. उन्हें बेटे की सुरक्षा की चिंता सता रही है. वहीं शुभाशीष की मां की आंखों से आंसू नहीं थम रहे हैं. मां कहती हैं कि जब भी बेटे से बात होती है, वह हमारी खुशी के लिए बोल देता है कि यहां हालात ठीक हैं. लेकिन यह पूरी दुनिया जानती है कि वहां के हालात कैसे हैं.