सरगुजा : वन विभाग द्वारा हाथियों से इंसानों की रक्षा के लिए लगाई गई सोलर फेंसिंग ही एक ग्रामीण की मौत की वजह बन गई. ग्रामीण हाथी की चिंघाड़ से डरकर भाग रहा था. इसी दौरान ग्रामीण सोलर फेंसिंग की चपेट में आ गया और करंट लगने से उसकी मौत हो गई.
हाथी से डरकर भाग रहा था ग्रामीण, सोलर फेंसिंग की चपेट में आने से मौत मामला 9 जून का है और इसका खुलासा तब उजागर हुआ, जब कुन्नी चौकी में पुलिस ने मामला दर्ज किया. एडिशनल एसपी ने बताया कि, 'मामले की जांच में इस बात का भी ध्यान रखा जाएगा कि सोलर फेंसिंग में इतना करंट कैसे था की मौत हो गई, कहीं अवैध कनेक्शन का करंट तो नहीं था, लिहाजा वन विभाग के सोलर फेंसिंग की भी जांच पुलिस करेगी'.
क्या होती है सोलर फेंसिंग
दरअसल, एलीफेंट रिफ्लेक्टर डिवाइस (ईआरडी) का उपयोग हाथियों को गांव से दूर रखने के लिए किया जाता है, जिन बस्तियों में हाथी बार बार आक्रमण करते हैं, वहां उन्हें रोकने के लिए वन विभाग द्वारा हाथी विकर्षण बेरिकेड्स लगाए जाते हैं, इस सोलर फेंसिंग में 12 वोल्ट की बैटरी के साथ 3 एम्पियर का फ्लेशर होता है, जो रेंडमली रुक-रुक कर करंट प्रवाहित करता है, मतलब इस सोलर फेंसिंग में इतना करंट नहीं होता कि, किसी की मौत हो सके, लेकिन इलेक्ट्रीशियन मानते हैं की इसके दोनों तारों के आपस में जुड़ने से तेज झटका लगता है.
बहरहाल ग्रामीण की मौत हो चुकी है और सरगुजा पुलिस मामले की जांच में जुट गई है. अब देखना होगा कि ग्रामीण की मौत की गुत्थी कब तक सुलझती है.