सरगुजा: छत्तीसगढ़ में कोरोना संक्रमण एक बार फिर पैर पसार रहा है. संक्रमितों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है. बढ़ते आंकड़ों ने जहां सरकार की चिंता बढ़ा दी है.वहीं लोगों भी परेशान हैं. ETV भारत ने प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव से खास बातचीत की. कोरोना के बढ़ते संक्रमण और वैक्सीनेसन के बारे में जाना. सिंहदेव ने बताया कि अगर कोरोना को फैलने से रोका नहीं गया और समय से वैक्सीन नहीं लगवाई गई तो समस्या बढ़ सकती है. उन्होंने कहा कि हम उस दौर से गुजर रहे हैं, जब कोरोना बढ़ रहा है. आने वाले दिनों में इसके और ज्यादा बढ़ने की संभावना है. इस दौरान सिंहदेव ने सभी को होली की शुभकामनाएं दी हैं. साथ ही होली खेलने से बचने को कहा है.
सवाल: वैक्सीनेशन के लिए एज ग्रुप निर्धारित करने के पीछे क्या है कारण?
जवाब:18 से 35 साल के लोगों की इम्युनिटी ज्यादा होती है. इनएज ग्रुप के लोगों में कोरोना का प्रभाव कम पड़ता है. वहीं कुछ लोग ऐसे भी हैं जिन्हें कोरोना होने के बाद भी पता नहीं चलता और वे ए-सिम्टोमेटिक होकर ठीक हो जाते हैं, लेकिन उनसे ये महामारी परिवार के बाकी लोगों में पहुंच जाती है. उन्होंने कहा कि कोरोना को फैलाने में जो सबसे बड़े कारक है वो हमारा युवा वर्ग है. उन्होंने कहा कि देश को जो वैक्सीन बनाने की अनुमति मिली है. उसकी क्षमता सीमित है. इसलिए इसे सबसे पहले फ्रंट लाइन वॉरियर्स और 60 साल के ऊपर के लोगों को लगाई गई. क्योंकि कोरोना का सबसे ज्यादा प्रभाव बुजुर्गों पर ही पड़ रहा है. सबसे ज्यादा मौत भी उन्हीं की हो रही है. इसके बाद गंभीर बीमारियों से ग्रसित लोगों को ये वैक्सीन लगाई जा रही है. नागरिकों को संख्या को देखते हुए एज ग्रुप निर्धारित की गई है. वैक्सीन जैसे-जैसे आती जाएगी लगती जाएगी.
सवाल: वैक्सीन लगाने के बाद लोग कितने सेफ?
जवाब:ये सोचना गलत है कि वैक्सीन लगने के बाद कोरोना नहीं हो सकता है. वैक्सीन लगने के बाद भी कोरोना हो सकता है. लेकिन इसका मतलब ये बिलकुल नहीं है कि वैक्सीन लगने के बाद कोरोना नहीं होता. या हम बिना मास्क के घूम सकते हैं.
छत्तीसगढ़ में अब तक नहीं पाया गया कोरोना का नया स्ट्रेन: सिंहदेव
सवाल: कोरोना के नए वैरिएंट की जांच देश में है या इसका इलाज बाहर से कराना होता है?