रायपुर: लॉकडाउन की अवधि बढ़ने से कई परेशानियों से जूझ रहे दूसरे राज्यों में फंसे श्रमिकों के आने का सिलसिला शुरू हो गया है. राजधानी रायपुर में आज करीब सैकड़ों की संख्या में मजदूर दूसरे राज्यों से गाड़ियों के जरिए पहुंचे हैं.
जान जोखिम में डालकर सफर कर रहे मजदूर लॉकडाउन के दौरान सैकड़ों की संख्या में रोज प्रवासी मजदूर अपने राज्य लौट रहे हैं. ट्रकों की छत पर बैठे मजदूर अपने जान की परवाह किए बिना बैठने को मजबूर है. घर पहुचने की जल्दी में वो अपनी जान का जोखिम उठा रहे हैं. शासन प्रशासन की लाख कोशिशों के बाद भी मजदूरों का लगातार आने का सिलसिला खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है. आज भी दूसरे राज्यों से आने वाले मजदूरों की संख्या काफी ज्यादा थी.
आने वाले मजदूरों का रखा जा रहा ब्योरा
वहीं मजदूरों के आने पर शासन-प्रशासन भी अलर्ट पर है. मजदूरों के आने से कोरोना के खतरे को देखते हुए उनकी जानकारी भी जुटाई जा रही है. रायपुर के चंदनदिह ग्राम में राजस्व विभाग के कर्मचारी दूसरे राज्यों से आए छतीसगढ़ के मजदूरों की संख्या और उनके गांव का नाम लिख कर आगे भेजने में जुटे हैं. इसके साथ ही टाटीबंध में मजदूरों को खाना खिला कर उनके गांव के लिए रवाना किया गया.
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घर पहुंचने की जल्दी में जान की भी नहीं परवाह
मजदूरों के आने का सिलसिला सुबह से शुरू होकर रात तक चल रहा है. देश में लॉकडाउन के चलते अभी भी दूसरे राज्यो में मजदूर फंसे हुए हैं. सभी मजदूरों को बस अपने घर जल्द से जल्द पहुंचना है. इतने लंबे सफर में न खाने का इंतजाम है न ही उनके कहीं रूकने का ठिकाना है.इतना ही नहीं मजदूर अपनी जान तक जोखिम में डालकर लंबा सफर तय कर अपने घर लौट रहे हैं, ताकि जल्द से जल्द वे बस अपने घर पहुंच सकें.