रायपुर : छत्तीसगढ़ शांति का टापू है. यहां सभी धर्म के त्यौहार एकजुटता के साथ सौहार्दपूर्वक मनाए जाते हैं. हिंदू,मुस्लिम, सिख और ईसाई हर समाज के त्यौहार को इस प्रदेश में एक ही चश्में से देखा जाता है. हिंदू और मुस्लिम समुदाय इस साल एक साथ व्रत और रोजा (Navratri and Ramadan will be celebrated together) रखेंगे. क्योंकि चैत्र नवरात्रि 2 अप्रैल से इस साल शुरू हो रही है. वहीं 3 अप्रैल से रमजान का पवित्र महीना शुरु होगा. नवरात्रि और रमजान दोनों ही त्यौहार हिंदू और मुस्लिम समुदाय के प्रमुख त्योहारों में से एक है. जैसे हिंदुओं के लिए चैत्र नवरात्रि का पर्व सबसे महत्वपूर्ण माना जाता है. वैसे ही मुसलमानों के लिए रमजान का महीना सबसे पवित्र होता है. चैत्र नवरात्रि के दौरान दुर्गा मां के नौ रूपों की पूजा होती है. वहीं रमजान के पूरे महीने मुस्लिम भाई सूर्योदय के बाद और सूर्यास्त के पहले अन्न जल ग्रहण नहीं करते.
2 साल बाद धूमधाम से मनाई जाएगी नवरात्रि : महामाया मंदिर के पुजारी मनोज शुक्ला ने बताया कि चैत्र नवरात्रि 2022 के पहले दिन को हिंदू नववर्ष की शुरुआत के रूप में मनाया जाता है. नवरात्रि का यह त्यौहार मां दुर्गा को स्थापित है जिन्हें नव दुर्गा के रूप में 9 दिव्य रूपों में पूजा जाता है. नवरात्रि के पहले दिन कलश की स्थापना होती है. लोग छोटी लड़कियों देवी का रुप मानकर पूजते हैं. चैत्र नवरात्रि 2022 में बनने वाली ग्रहों की युति काफी लाभकारी बताई जा रही है. जो भक्त इस दौरान 9 दिनों में देवी के नौ रूपों अर्थात शैलपुत्री , ब्रह्मचारिणी , चंद्रघंटा , कुष्मांडा , स्कंद माता , कात्यानी , कालरात्रि , महागौरी और देवी सिद्धिदात्री की पूजा करेंगे, उन पर कृपा बरसेगी. पिछले 2 साल से कोरोना के कारण नवरात्रि धूमधाम से नहीं मनाई गई थी. लेकिन महामारी का प्रकोप कम होने के बाद इस बार नवरात्रि में माता के मंदिरों में रौनक दिखेगी.