रायपुर: जगन्नाथ रथयात्रा का मनोरम दृश्य सभी का ध्यान अपनी ओर खींच लेता है. जगन्नाथ रथयात्रा के आकर्षण का एक केंद्र विशाल और सुंदर रथ है. अक्षय तृतीया के दिन रथों को तैयार करने की प्रक्रिया शुरू की जाती है. यात्रा में 3 प्रमुख रथ शामिल होते हैं. भक्त रस्सियों का उपयोग करके रथों को अपने हाथों से आगे खींचते हैं.
भगवान जगन्नाथ का रथ नंदीघोष:रस्सी की लंबाई 50 मीटर तक होती है. रथ को खींचना 'पुण्य' का काम माना जाता है. भगवान जगन्नाथ के रथ की ऊंचाई लगभग 45.6 फीट होती है. इसे 'नंदीघोष' कहा जाता है. इस रथ में 18 पहिए लगे होते हैं. भगवान बलभद्र के रथ को 45 फीट ऊंचा बनाया जाता है. इसमें 16 पहिए होते हैं.