रायपुर : भाजपा की प्रदेश प्रभारी डी पुरंदेश्वरी ने अपने छत्तीसगढ़ प्रवास के दौरान एक सवाल जनता के बीच छोड़ दिया है. उनका यह कहना कि राज्य से कोई सांसद मंत्री बने या ना बने, योजनाओं का लाभ राज्य को मिलना चाहिए यही न्याय है. पुरंदेश्वरी के इस बयान के बाद कहीं ना कहीं छत्तीसगढ़ में यह सवाल राजनीतिक गलियारों में घूमने लगा है. सभी के जेहन में यही सवाल उठ रहा है कि यदि राज्य का कोई सांसद मंत्रिमंडल में शामिल होता है तो उस राज्य और उस पार्टी के संगठन को लाभ मिलता है या नहीं? इस सवाल का जवाब जानने के लिए ETV भारत ने राज्य के मंत्री, राजनीतिक दल और पत्रकारों से चर्चा की.
सांसद के मंत्री बनाए जाने से फायदे
जब भाजपा प्रदेश प्रभारी डी पुरंदेश्वरी के इस बयान को लेकर उद्योग एवं आबकारी मंत्री कवासी लखमा से सवाल किया गया तो उन्होंने पुरंदेश्वरी सहित केंद्र की मोदी सरकार पर जमकर हमला बोला. लखमा ने कहा कि पिछले 2 साल से केंद्र की मोदी सरकार ने सांसद निधि रोक कर रखी है. उनके वेतन की 30 प्रतिशत कटौती की गई है. इसे लेकर भाजपा के सांसद केंद्र की मोदी सरकार से सवाल नहीं पूछ रही है.
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लखमा ने बीजेपी पर साधा निशाना
लखमा ने कहा कि पूरे देश के सांसदों को लेकर केंद्रीय मंत्रिमंडल का गठन किया गया जो पार्टी छोड़कर गए उनको भी उसमें मंत्री बनाया गया और छत्तीसगढ़ के एक भी भाजपा सांसद को मंत्री नहीं बनाए. 9 लोकसभा और राज्यसभा सांसद हैं, रमन सिंह हैं, उनको भी मंत्री नहीं बनाया. क्या छत्तीसगढ़ में भाजपा का एक भी सांसद मंत्री बनने लायक नहीं है? छत्तीसगढ़ की जनता सब समझती है कि नरेंद्र मोदी ने छत्तीसगढ़ को कीड़ा जैसे उखाड़ के फेंक दिया है. यह पूछने वाला भाजपा में कोई नहीं है. लखमा ने कहा कि प्रदेश की जनता ने केंद्र में भाजपा और राज्य में कांग्रेस को जिताया है. इससे केंद्र में भाजपा और राज्य में कांग्रेस की सरकार से लाभ मिलेगा. कांग्रेस सरकार लगातार जनता को लाभ पहुंचा रही है, लेकिन केंद्र का लाभ जनता को नहीं मिल रहा है. इसे लेकर छत्तीसगढ़ की जनता भाजपा को माफ नहीं करेगी.
केंद्रीय मंत्रिमंडल में शामिल है रेणुका सिंह, भाजपा ने दी है पर्याप्त जगह
भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता गौरीशंकर श्रीवास ने कहा है कि केंद्रीय मंत्रिमंडल में छत्तीसगढ़ को पर्याप्त जगह दी गई है. यहां से रेणुका सिंह को मंत्री बनाया गया है. वह आदिवासी समाज से है, यहां से नेतृत्व कर रही हैं. भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष भी आदिवासी समाज से आते हैं. यहां के नेता प्रतिपक्ष ओबीसी समाज से आते हैं. ऐसे में भाजपा हर वर्ग को साथ लेकर चल रही हैं. गौरीशंकर ने भी यह बात स्वीकार किया कि जिस राज्य से सांसद को केंद्रीय मंत्रिमंडल में शामिल किया जाता है. उसका लाभ जरूर उस राज्य को मिलता है. रेणुका सिंह को आदिम जाति कल्याण मंत्री बनाया गया है उसका लाभ छत्तीसगढ़ को मिला है.
छत्तीसगढ़ के नेताओं का अपमान करने का कवासी लखमा को नहीं है अधिकार
गौरीशंकर ने कहा कि कांग्रेस पहले अपने गिरेबान में झांके. कांग्रेस को भाजपा के सांसदों के बारे में बोलने का कोई अधिकार नहीं है और जिन शब्दों का इस्तमाल कांग्रेस के कर रही है ये राजनीति के मर्यादा के खिलाफ है. यह कांग्रेस पार्टी के संस्कार को प्रदर्शित कर रहे हैं. छत्तीसगढ़ के नेताओं का अपमान करने का अधिकार कवासी लखमा को बिल्कुल नहीं है.
मंत्री बनाए जाने की थी उम्मीद
वरिष्ठ पत्रकार अनिल द्विवेदी ने कहा कि किसी भी राज्य से यदि सांसद को केंद्रीय मंत्री बनाया जाता है तो उसका लाभ स्वाभाविक रूप से उस राज्य को मिलता है. छत्तीसगढ़ में जनता ने 9 सांसद चुनकर भाजपा को दिए हैं और उनकी उम्मीद होती है कि जब भी केंद्र में सरकार बने हैं तो यहां के सांसदों का प्रतिनिधित्व उसमें हो. द्विवेदी ने उदाहरण देते हुए बताया कि हाल ही में भाजपा ज्वाइन करने वाले ज्योतिरादित्य सिंधिया को केंद्रीय मंत्रिमंडल में शामिल किया गया और मंत्री बनते ही उन्होंने मध्यप्रदेश के लिए 6 फ्लाइट शुरू करने की घोषणा कर दी. जब तक उस राज्य के मंत्री नहीं बने थे तब तक कुछ नहीं मिला था मंत्री बनते हैं यह सुविधाएं मिलने लगी.
यह पुरंदेश्वरी के सवाल का जवाब है, यदि राज्य से कोई सांसद मंत्री बनाता है तो उसके फटाफट फैसले होते हैं. जनता की बात सुनी जाती है राज्यसभा से लेकर प्रधानमंत्री के कानों तक सीधे बात पहुंच सकती हैं. यदि कोई सांसद राज्य से मंत्री नहीं बनता है तो जनता सिवाय आंदोलन धरना प्रदर्शन ज्ञापन देने के अलावा कुछ नहीं कर पाती है और थक कर रह जाती है. इन सभी के बयानों से साफ है कि यदि किसी भी राज्य के सांसद को केंद्रीय मंत्रिमंडल में जगह मिलती है तो उसका लाभ कहीं ना कहीं राज्य को जरूर मिलता है. साथ ही पार्टी भी मजबूत होती है. बहरहाल छत्तीसगढ़ से एक भी सांसद का मंत्री नहीं बनाना आने वाले समय में भाजपा के लिए कही भारी न पड़ जाए.