रायपुर: रायपुर में आयोजित धर्म संसद में (Kalicharan in Dharma Sansad) संत कालीचरण (Controversial statement of Sant Kalicharan) ने 26 दिसंबर को राष्ट्रपिता महात्मा गांधी पर विवादित (Kalicharan controversial statement on Mahatma Gandhi) बयान दिया. इस विवाद के बाद महाराज कालीचरण फरार (Maharaj Kalicharan absconding) चल रहे थे. रायपुर पुलिस की कई टीमें उन्हें गिरफ्तार करने के लिए कई राज्यों में घूम रही थी. इसी बीच गुरुवार 30 दिसंबर को रायपुर पुलिस ने संत कालीचरण को मध्यप्रदेश के छतरपुर से गिरफ्तार(Kalicharan arrested from Chhatarpur in Madhya Pradesh) कर लिया. इस गिरफ्तारी के बाद मध्यप्रदेश के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने गिरफ्तारी के तरीके पर कड़ी आपत्ति जताई. उन्होंने इसे इंटरस्टेट प्रोटोकॉल का उल्लंघन (Interstate protocol violation in mp) बताया. छत्तीसगढ़ के गृहमंत्री ने नरोत्तम मिश्रा के बयान पर पलटवार करते हुए कहा है कि कालीचरण की गिरफ्तारी का तरीका गलत नहीं है. अलग-अलग परिस्थितियों में पुलिस विभाग अलग-अलग तरीके से कार्रवाई करती है. उसी के तहत हमारी पुलिस ने भी कार्रवाई की है.
बिना जानकारी के भी की जा सकती है कार्रवाई-ताम्रध्वज साहू
छत्तीसगढ़ के गृह मंत्री ताम्रध्वज साहू (Chhattisgarh Home Minister Tamradhwaj Sahu) ने कहा कि पुलिस को जहां जानकारी देने की जरूरत होती है. वहां जानकारी देती है. जिस मुद्दे पर जानकारी देने से काम बिगड़ सकता है वहां दूसरे राज्य के पुलिस को जानकारी नहीं दी जाती है. ऐसी स्थिति में पुलिस बिना जानकारी के भी कार्रवाई कर सकती है. पुलिस ने जो काम किया है वह किसी भी प्रकार से गलत नहीं किया है. क्योंकि राष्ट्रपिता से जुड़ा यह मसला था. इसलिए गोपनीयता बरती जानी चाहिए थी. छत्तीसगढ़ पुलिस ने यही किया है.
Kalicharan Maharaj की गिरफ्तारी पर छत्तीसगढ़-मध्यप्रदेश सरकार में घमासान
राष्ट्रपिता पर विवादित बयान राजद्रोह है- गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू