रायपुर: छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में अपराधियों के खिलाफ पुलिस की कार्रवाई नाकाफी है. जिसके चलते अपराधियों के हौसले दिनों दिन बुलंद होते जा रहे हैं. जिले में औसतन 30 फीसदी आपराधिक घटनाएं हर दिन हो रही है. इतना ही नहीं बल्कि पिछले चार माह यानी जनवरी से लेकर 30 अप्रैल तक 19 हत्या और 664 चोरियां हुई है. आपराधिक आंकड़ों की बात करें तो जिले में कुल 3648 घटनाएं हुए है. इन घटनाओं की सूचना मिलने के बाद पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर कई लोगों को गिरफ्तार भी किया है. शहर में वारदात को अंजाम देने वाले कई आरोपी अभी भी पुलिस की गिरफ्त से बाहर हैं. (crime graph increased in raipur)
हत्या और चोरी की वारदात बनी चुनौती: रायपुर में हत्या, लूट और चोरी की घटनाएं पुलिस के लिए चुनौती है. आंकड़ों के अनुसार रायपुर जिले में बीते 4 माह में हत्या की 19 वारदात, लूट की 26, चोरी की 664 और धोखाधड़ी की 144 घटनाएं हुई. इनके अलावा महिला संबंधी अपराधों में भी इजाफा हुआ है. राहत की बात यह है कि मार्च की अपेक्षा अप्रैल में क्राइम का ग्राफ गिरा है. मार्च में 1030 घटनाएं हुई थी. अप्रैल में 957 केस दर्ज हुए.
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देवपुरी डकैती के मामले में पुलिस के हाथ खाली:टिकरापारा थाना क्षेत्र के देवपुरी में पति-पत्नी को बंधक बनाकर 12 लाख रुपये की डकैती को अंजाम दिया गया था. घटना 3 अप्रैल रात की है. नकाबपोश डकैतों ने घर में घुसकर व्यापारी और उसकी पत्नी को बंधक बनाया. घर में रखे सोने के जेवर और नकदी लेकर फरार हो गए. साथ में दोपहिया वाहन तक चुरा ले गए. एक माह से ज्यादा समय बीतने के बाद भी पुलिस के हाथ खाली हैं. पुलिस चोरी की गाड़ी तक को नहीं खोज पाई है. हालांकि पुलिस ने इस मामले में एक हजार से अधिक सीसीटीवी फुटेज खंगाले हैं. कई राज्यों में टीमें भी रवाना की गई, लेकिन पुलिस को खाली हाथ ही लौटना पड़ा.
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रायपुर में जनवरी से 30 अप्रैल तक अपराध के आंकड़े
हत्या - 19
हत्या का प्रयास - 43
दुष्कर्म - 87
अपहरण - 165
डकैती - 2