रायपुर:छत्तीसगढ़ कर्मचारी अधिकारी फेडरेशन के बैनर तले शनिवार को राजधानी में संभाग स्तरीय बैठक का आयोजन किया गया. बैठक में छत्तीसगढ़ कर्मचारी अधिकारी फेडरेशन ने काम बंद कलम बंद करने का ऐलान किया. 25 से 29 जुलाई तक राजधानी में काम बंद कर प्रदर्शन किया जाएगा. फेडरेशन के सदस्यों का कहना है कि 29 जून को बूढ़ा तालाब में छत्तीसगढ़ कर्मचारी अधिकारी फेडरेशन ने प्रदेश स्तर पर एक दिवसीय प्रदर्शन किया था. बावजूद इसके सरकार ने मांगों पर अमल नहीं किया. जिसके बाद 25 जुलाई से उग्र आंदोलन की तैयारी कर रहे हैं. छत्तीसगढ़ कर्मचारी अधिकारी फेडरेशन का यह प्रदर्शन 5 दिनों के बजाय 9 दिनों का होगा. 23 और 24 जुलाई शनिवार और रविवार होगा. इसी तरह 30 और 31 जुलाई शनिवार और रविवार का दिन पड़ेगा. (Chhattisgarh Staff Officers Federation Divisional level meeting)
केंद्र के समान महंगाई और गृह भत्ता की मांग: छत्तीसगढ़ के कर्मचारी और अब अधिकारियों को वर्तमान में राज्य सरकार की तरफ से 22 प्रतिशत महंगाई भत्ता दिया जा रहा है. कर्मचारियों और अधिकारियों का कहना है कि उन्हें केंद्र के समान 34% महंगाई भत्ता चाहिए. छत्तीसगढ़ के कर्मचारी और अधिकारियों को छठवां वेतनमान के आधार पर गृह भाड़ा भत्ता दिया जा रहा है लेकिन प्रदेश के कर्मचारी और अधिकारी केंद्र के समान सातवें वेतनमान के आधार पर गृह भाड़ा भत्ता की मांग कर रहे हैं. (Demand of Chhattisgarh Staff Officers Federation )
छत्तीसगढ़ कर्मचारी अधिकारी फेडरेशन के प्रांतीय संयोजक कमल वर्मा का कहना है कि "केंद्र के समान महंगाई भत्ता और सातवें वेतनमान के आधार पर उन्हें गृह भाड़ा भत्ता दिया जाए. वर्तमान में केंद्र सरकार 34% महंगाई भत्ता दे रही है जबकि राज्य सरकार 22% महंगाई भत्ता यहां के कर्मचारी और अधिकारियों को दे रही हैं. राज्य सरकार के कर्मचारियों और अधिकारियों को 12% महंगाई भत्ता कम दिया जा रहा है" .(Chhattisgarh Staff Officers Federation in raipur )