रायपुर:छत्तीसगढ़ से कांग्रेस के उम्मीदवार राजीव शुक्ला और रंजीत रंजन ने आज नामांकन दाखिल कर दिया. दोनों राज्यसभा उम्मीदवार सोमवार शाम को दिल्ली से रायपुर पहुंचे. दोनों ने मंगलवार सुबह सीएम हाउस पहुंचकर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से मुलाकात की. इसके बाद कांग्रेस विधायक दल की बैठक हुई. इस बैठक में दोनों उम्मीदवारों का विधायकों से परिचय कराया गया. कांग्रेस विधायक दल की बैठक के बाद दोनों उम्मीदवार विधानसभा पहुंचे और नामांकन दाखिल किया. नामांकन के दौरान सीएम भूपेश बघेल, पीसीसी चीफ मोहन मरकाम, छत्तीसगढ़ कांग्रेस प्रभारी पीएल पुनिया समेत कांग्रेस के कई विधायक मौजूद रहे. (congress candidate rajyasabha nomination from chhattisgarh)
नामांकन दाखिल होने के बाद सीएम की प्रतिक्रिया:नामांकन दाखिल करने के बाद मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा '' विधानसभा से 2 सदस्यों को राज्यसभा के लिए निर्वाचित होना है. कांग्रेस के अधिकृत प्रत्याशी के रूप में राजीव शुक्ला और रंजीत रंजन ने नामांकन किया है. नामांकन के दौरान हमारे विधायक प्रस्तावक के रूप में मौजूद रहे. यह चुनाव अपर हाउस का है. वहां पूरे राष्ट्र की समस्या पर चर्चा होती है. देश की आंतरिक और बाहरी समस्या के संबंध में चर्चा की जाती है. हमारी तरफ से जो दोनों सदस्य यहां से निर्वाचित होकर जाएंगे, उन्हें पहले भी लोकसभा और राज्यसभा के सदस्यों के रूप में लंबा अनुभव है. मैं समझता हूं कि इसका लाभ हमें मिलेगा.'' (Rajeev Shukla Ranjeet Ranjan file nominations )
छत्तीसगढ़ की समस्याएं मजबूत तरीके से संसद में उठेंगे: नामांकन दाखिल करने के बाद दोनों प्रत्याशी मीडिया से रूबरू हुए. राजीव शुक्ला ने कहा कि "छत्तीसगढ़ अपने आप में महत्वपूर्ण राज्य है. यहां विकास की असीम संभावनाएं हैं. छत्तीसगढ़ के लोग मेहनती और बुद्धिमान हैं. सोमवार को ही दो युवा IAS के लिए सलेक्ट हुए हैं. छत्तीसगढ़ में संभावनाएं बहुत है. मेरा काम होगा कि छत्तीसगढ़ की समस्याएं, छत्तीसगढ़ के मुद्दे, और छत्तीसगढ़ की जो जनता की समस्याएं हैं, उसे मजबूत तरीके से संसद में उठाना. केंद्र सरकार से बात करके उन समस्याओं का हल निकालना है.
नक्सल क्षेत्र के विकास के लिए केंद्र दे फंड:छत्तीसगढ़ में नक्सल समस्या को काफी हद तक कम किया है. अब उन क्षेत्रों के विकास की बहुत जरूरत है. उन क्षेत्रों में केंद्र सरकार को विकास के लिए पैसे देने चाहिए. पहले नक्सलवाद को खत्म करने के लिए यह राशि दी जा रही थी. अब इस क्षेत्र के विकास के लिए राशि देनी चाहिए.
"छत्तीसगढ़ में बहुत अच्छे खिलाड़ी हैं. यहा और यूनिवर्सिटी होनी चाहिए. सभी चीजों के लिए हम प्रयास करेंगे. मैं जब IPL चेयरमैन था. तब छत्तीसगढ़ में तीन बार हमने आईपीएल का आयोजन कराया था. यहां खेल की योजना और खेल को प्रमोट करने का भी प्रयास किया जाएगा. मैं 30 साल से रायपुर आ रहा हूं, जब छत्तीसगढ़ राज्य का निर्माण नहीं हुआ था. निश्चित रूप से छत्तीसगढ़ के विकास के मुद्दों को लेकर अपना पूरा प्रयास करुंगा".
राज्यसभा के लिए छत्तीसगढ़ के संभावित नामों का चयन नहीं होने के सवाल पर राजीव शुक्ला ने कहा कि बार यह होता है. कई लोग कोशिश करते हैं. किसी को मौका मिलता है किसी को नहीं मिल पाता है. मुझे भी दो बार मौका नहीं मिला था. पार्टी का एक अनुशासन होता है और सभी को उसमें रहना पड़ता है. पार्टी दूसरी जिम्मेदारियां देती है जिन पर काम करना चाहिए.
छत्तीसगढ़ के मुद्दे और किसानों के मुद्दों को सदन में रखेंगे: छत्तीसगढ़ के राज्यसभा की दूसरी प्रत्याशी रंजीत रंजन ने कांग्रेस की हाईकमान सोनिया गांधी और राहुल गांधी को धन्यवाद दिया. रंजीत रंजन ने कहा कि "मुझे केवल राज्यसभा की सीट देने के लिए नॉमिनेट नहीं किया गया है. मेरी पार्टी की तरफ से मुझे एक बड़ी जिम्मेदारी दी गई है. पार्टी ने मुझ पर बड़ा विश्वास किया है. देश की सबसे बड़ी पंचायत राज्यसभा और लोकसभा होती है. 2004 और 2014 में मैं लोकसभा पहुंची. सभा में मिलकर देश के मुद्दों पर चर्चा करते हैं. महंगाई, बेरोजगार, महिलाओं युवाओं के मुद्दे हैं. छत्तीसगढ़ के मुद्दे और किसानों के मुद्दों को सदन में रखा जाएगा".
छत्तीसगढ़ के साथ बिहार की भी मिली जिम्मेदारी:रंजीत रंजन ने आगे कहा कि " देश में केंद्र सरकार के खिलाफ आवाज उठाने वालों को सरकारी एजेंसियों के माध्यम से डराया जाता है. या लोगों को खरीदने की कोशिश की जाती है. ऐसे में सिर्फ एक ही रास्ता बचता है वह है सदन का रास्ता. जब वहां केंद्र सरकार के खिलाफ विपक्ष बोलता है तो उन्हें कोई नहीं रोकता. मेरी पहली प्राथमिकता रहेगी कि मैं भरपूर जटिल समस्याओं उठाते रहूं. मुझे छत्तीसगढ़ के साथ-साथ बिहार को भी मजबूत करने की जिम्मेदारी मिली है. निश्चित तौर पर मैं अपनी जिम्मेदारियों को निभाने की भरपूर कोशिश करुंगी".